लखनऊ, 23 नवंबर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैंकिंग प्रतिनिधि या बैंकिंग कॉरस्पॉन्डेंट (बीसी सखी) के रूप में चयनित सभी अभ्यर्थियों को प्रशिक्षित कर कार्यस्थल पर तैनात करने का निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा है कि बीसी की तैनाती से ग्राम पंचायत स्तर पर महिलाओं को रोजगार मिलेगा। बीसी सखी पंचायत भवन से कामकाज करेंगी। इससे गांव के लोगों को बैंकिंग सुविधाएं प्राप्त होंगी।
एक सरकारी बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री के आवास पर एक बैठक में उन्हें बताया गया कि बीसी-सखी के रूप में 58 हजार महिलाओं का चयन हो गया है।
सूचना निदेशक शिशिर ने बताया कि बीसी सखी ग्रामीण महिलाओं को बैंकिंग सुविधाओं से जुड़ी सभी जानकारियां देंगी और उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में मदद करेंगी।
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मुख्यमंत्री ने अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त को ‘उप्र कामगार और श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) आयोग’ की संस्तुतियों एवं निर्देशों की समीक्षा हेतु एक बैठक बुलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कामगारों/श्रमिकों के लिए विभिन्न क्षेत्रों में अधिकाधिक सेवायोजन और रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए राज्य सरकार ने यह आयोग गठित किया है।
आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार कामगारों/श्रमिकों के सामाजिक व आर्थिक हितों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश में जिस प्रकार कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी के संक्रमण को रोकने व उससे बचाव के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं, उसी प्रकार कार्ययोजना के तहत कामगारों/श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के कदम व्यापक स्तर पर उठाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने राजस्व संग्रह में वृद्धि के लिए सभी संबंधित विभागों को कार्ययोजना के अनुरूप कामकाज को प्रभावी तरीके से जारी रखने के निर्देश दिए।
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