पुणे, 9 जनवरी : महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरपंच संतोष देशमुख हत्या मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. हालांकि, उन्होंने अपनी पार्टी और कैबिनेट सहयोगी धनंजय मुंडे का बचाव भी किया. पवनचक्की परियोजना से जुड़ी एक ऊर्जा फर्म से कथित तौर पर जबरन वसूली के प्रयास का विरोध करने पर मसाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की नौ दिसंबर को अपहरण के बाद यातना देकर हत्या कर दी गई थी.
पवार ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से कहा है कि सरपंच की हत्या के दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाए, चाहे वह किसी भी पार्टी से जुड़ा हो. फडणवीस ने कहा है कि बर्बर हत्याकांड से जुड़े किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.’’ मुंडे के इस्तीफे की मांग के बारे में पूछे जाने पर अजित पवार ने कहा कि मुंडे ने उनसे कहा है कि देशमुख की हत्या में उनकी कोई भूमिका नहीं है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष ने कहा, ‘‘सरपंच हत्या मामले की अदालत, एसआईटी, सीआईडी गहन जांच कर रही है. इस मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.’’ यह भी पढ़ें : राजस्थान उच्च न्यायालय ने एसआई भर्ती परीक्षा में यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया
यह पूछे जाने पर कि क्या मुंडे को नैतिक आधार पर फडणवीस सरकार से इस्तीफा दे देना चाहिए, अजित पवार ने दावा किया, ‘‘उन्होंने (मुंडे) कहा है कि उनका इस मामले से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है. उन्होंने यह भी कहा है कि कोई भी एजेंसी मामले की जांच कर सकती है. आरोप लगाने वाले लोगों को अपने पास मौजूद सबूत जांच एजेंसियों को सौंपने चाहिए.’’ बीड के परली से विधायक मुंडे विपक्षी दलों और यहां तक कि सत्तारूढ़ ‘महायुति’ के कुछ नेताओं के निशाने पर हैं, क्योंकि सरपंच की हत्या से जुड़े जबरन वसूली मामले में मुख्य आरोपी वाल्मीक कराड उनका करीबी सहयोगी है.