जयपुर, 19 नवंबर: राजस्थान (Rajasthan) के कई जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले फिर से बढ़ने पर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार को कोरोना बचाव टीकाकरण के तहत 'बूस्टर डोज' के बारे में जल्द फैसला करना चाहिए.गहलोत ने मुख्यमंत्री निवास पर कोरोना वायरस संक्रमण तथा मौसमी बीमारियों की स्थिति की समीक्षा की. Rajasthan Cabinet Expansion: सीएम अशोक गहलोत का ऐलान, राजस्थान सरकार में जल्द ही होगा मंत्रिमंडल का विस्तार
एक सरकारी प्रवक्ता के अनुसार गहलोत ने पिछले कुछ दिनों में राज्य के कुछ जिलों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि पर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि दूसरी लहर के अनुभवों तथा इस वायरस की प्रकृति को देखते हुए फिर से 'टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रेसिंग' की रणनीति को मजबूती से लागू किया जाए. उन्होंने कहा कि संक्रमण को प्राथमिक स्तर पर ही रोकना जरूरी है ताकि लोगों को तीसरी लहर से बचाया जा सके.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कोविड टीके की 'बूस्टर डोज' को अनुमति देने का आग्रह किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सूचना है कि दुनिया के लगभग 35 देशों में 'बूस्टर डोज' लगाई जा रही है, ऐसे में जरूरी है कि देश में भी लोगों को तीसरी लहर से बचाने के लिए केन्द्र सरकार 'बूस्टर डोज' की आवश्यकता के संबंध में जल्द ही उचित निर्णय लेकर राज्यों को दिशा-निर्देश जारी करे.उन्होंने निर्देश दिया कि डेंगू सहित अन्य मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए धूमन पर जोर दिया जाए.
चिकित्सा मंत्री डॉक्टर रघु शर्मा ने कहा कि जहां-जहां संक्रमण के नये मामले आ रहे हैं, वहां लोगों के आवागमन पर अंकुश लगाने तथा रोगी को आवश्यक रूप से पृथकवास में रखने तथा सभी जिलों में नमूनों की जांच की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया गया है.चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के शासन सचिव वैभव गालरिया ने बताया कि राज्य में कोविड-19 के उपाचाराधीन रोगियों की संख्या 95 हो गई है.
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