देश की खबरें | सीबीआई ने सीजीपीएस के पूर्व अध्यक्ष एवं व्यवसायी को रिश्वत मामले में किया गिरफ्तार

नयी दिल्ली, 18 नवंबर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने रायपुर की एक इस्पात कंपनी के निदेशक के बेटे एवं बहु का उपजिलाधिकारी के रूप में चयन सुनिश्चित करने के एवज में उससे (निदेशक से) कथित रूप से 45 लाख रुपये रिश्वत लेने को लेकर छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग (सीजीपीएससी) के पूर्व अध्यक्ष तमन सिंह सोनवानी को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों के अनुसार केंद्रीय जांच एजेंसी ने ‘बजरंग पावर एवं इस्पात लिमिटेड’ के निदेशक श्रवण कुमार गोयल को भी गिरफ्तार किया है जिन्होंने ग्रामीण विकास समिति के जरिए 20 और 25 लाख रुपये की दो किस्तों में कथित रूप से रिश्वत राशि का भुगतान किया था। सोनवानी के रिश्तेदार ग्रामीण विकास समिति के सदस्य थे।

आरोप है कि यह रिश्वत गोयल के बेटे शशांक और बहू भूमिका कटारिया का छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग की परीक्षा में उपजिलाधिकारी के रूप में चयन के वास्ते थी।

सीबीआई ने इस साल जुलाई में सोनवानी और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। इससे पहले छत्तीसगढ़ सरकार ने 16 फरवरी को यह मामला सीबीआई को सौंप दिया था।

आरोपियों पर कथित ‘भाई-भतीजावाद’ को लेकर मामला दर्ज किया गया था। आरोप है कि कांग्रेस शासन के दौरान आकर्षक सरकारी पदों पर नेताओं, लोकसेवा आयोग के अधिकारियों एवं जनसेवकों के परिवारों के ‘अपात्र’ सदस्यों की भर्ती की गयी थी।

भाजपा ने नवंबर, 2023 के छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया था।

आरोप है कि कि छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग की 2022 में हुई परीक्षा के दौरान गड़बड़ी हुई थी। परीक्षा का परिणाम 22 मई, 2023 को घोषित किया गया था।

सोनवानी, सीजीपीएससी के पूर्व सचिव जीवन किशोर ध्रुव और एक परीक्षा नियंत्रक पर अपने बेटे-बेटियों, रिश्तेदारों और परिचितों को उपजिलाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक और ऐसे अन्य पदों पर भर्ती सुनिश्चित करने की खातिर मेधा सूची में उच्च अंक दिलाने में मदद करने के लिए मामला दर्ज किया गया है।

शिकायत में आरोप लगाया गया है कि मेधा सूची में क्रमांक 1 से 171 तक जगह बनाने वाले अभ्यर्थी कथित तौर पर सरकारी अधिकारियों, नेताओं और प्रभावशाली व्यक्तियों से संबंधित थे। शशांक और भूमिका मेधा सूची में शीर्ष 10 रैंक में थे। भूमिका एक कांग्रेस नेता की बेटी है।

यह शिकायत अब सीबीआई की प्राथमिकी का हिस्सा है।

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