
नयी दिल्ली, 10 मई केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने शापूरजी पल्लोनजी समूह के पक्ष में एक अपील का निपटारा करने के लिए कथित तौर पर 70 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में हैदराबाद के आयकर आयुक्त (छूट) जीवन लाल लाविडिया को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि 2004 बैच के भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) अधिकारी लाविडिया को शापूरजी पल्लोनजी समूह के उप महाप्रबंधक (कराधान) विरल कांतिलाल मेहता; साईराम पालीसेट्टी; नट्टा वीरा नागा श्री राम गोपाल; और साजिदा मजहर हुसैन शाह के साथ गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तारियों पर शापूरजी पल्लोनजी समूह की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।
सीबीआई के अनुसार, शाह हैदराबाद में प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त कार्यालय के तहत आयकर आयुक्त (अपील इकाई-8 और इकाई-7) का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहे लाविडिया को कथित तौर पर रिश्वत दे रहे थे।
सीबीआई ने लाविडिया और 14 अन्य लोगों तथा संस्थाओं के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि अधिकारी बिचौलियों के साथ मिलीभगत करके अपने समक्ष लंबित अपीलों का निजी पक्षों के पक्ष में निपटारा करने के लिए अनुचित लाभ प्राप्त करने की भ्रष्ट और अवैध गतिविधियों में लिप्त थे।
सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि जाल बिछाकर एक आरोपी को मुंबई में आयुक्त की ओर से 70 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा लिया गया। इसके बाद लाविडिया और उसके साथियों को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया।
प्रवक्ता ने बताया कि एजेंसी ने मुंबई, हैदराबाद, खम्मम, विशाखापत्तनम और नयी दिल्ली में 18 स्थानों पर छापेमारी कर रिश्वत की रकम के अलावा लगभग 69 लाख रुपये नकदी बरामद किए। सभी आरोपियों को मुंबई, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में विशेष सीबीआई अदालतों में पेश किया गया।
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