कनाडा के सिख नेता ने की RSS पर बैन लगाने की मांग, भारतीय राजनयिकों के खिलाफ एक्शन लेने की डिमांड
कनाडा के राष्ट्रीय पुलिस बल ‘रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस’ (आरसीएमपी) द्वारा भारतीय राजनयिकों पर एक सिख अलगाववादी की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाए जाने के एक दिन बाद मंगलवार को कनाडा के सिख नेता जगमीत सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय राजनयिकों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की.
वाशिंगटन, 16 अक्टूबर : कनाडा के राष्ट्रीय पुलिस बल ‘रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस’ (आरसीएमपी) द्वारा भारतीय राजनयिकों पर एक सिख अलगाववादी की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाए जाने के एक दिन बाद मंगलवार को कनाडा के सिख नेता जगमीत सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय राजनयिकों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की. सिंह ‘न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी’ (एनडीपी) के नेता हैं, जिसने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की सत्तारूढ़ सरकार का पूर्व में समर्थन किया था. भारत ने सिख अलगाववादी नेता की हत्या के मामले में कनाडा के आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि कनाडा आतंकवादी समूहों को पनाह दे रहा है तथा अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है.
एनडीपी नेता जगमीत सिंह खालिस्तान समर्थक रुख के लिए जाने जाते हैं. सिंह ने ओटावा में एक संवाददाता सम्मेलन में सार्वजनिक सुरक्षा समिति के साथ आपातकालीन बैठक का अनुरोध किया ताकि यह बेहतर ढंग से समझा जा सके कि क्या वे कनाडाई लोगों की सुरक्षा के लिए कोई और कदम उठा सकते हैं. सिंह ने कहा, ‘‘हम मांग करते हैं कि ‘लिबरल पार्टी’ के नेतृत्व वाली सरकार भारतीय राजनयिकों पर कड़े प्रतिबंध लगाए और भारत के हिंसक, उग्रवादी, आतंकवादी भारतीय संगठन आरएसएस को बाहर निकाले, जो कनाडा और अन्य देशों में भी सक्रिय है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ये बहुत गंभीर आरोप हैं. यही बात सामने आई है कि भारत सरकार, विशेष कर (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी की सरकार कनाडा में राजनयिकों के माध्यम से आपराधिक तत्वों से जुड़ी हुई है जिन्होंने कनाडावासियों के घरों पर गोलीबारी की, कनाडाई लोगों के कारोबारी प्रतिष्ठानों पर गोलीबारी की, कनाडाई लोगों की हत्या की. यह बहुत गंभीर है.’’ यह भी पढ़ें : भारत ने कहा है कि वह अमेरिकी नागरिक की हत्या की साजिश के आरोपों को गंभीरता से ले रहा है: अमेरिका
उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि आरसीएमपी ने उल्लेख किया है और बैठक में भी इसका जिक्र किया गया है कि कनाडा की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंताएं हैं, इसलिए मैं वास्तव में मानता हूं कि अगर हम अपने देश की रक्षा करने में विश्वास करते हैं तो हमें लोगों और हमारे लोकतंत्र को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास करने की जरूरत है.’’ सिंह ने कहा, ‘‘मैंने कुछ योजनाएं बनाई हैं, जिन्हें लागू कराने के लिए मैं प्रतिबद्ध हूं. हमें अतिरिक्त कदम उठाने चाहिए ताकि हम देख सकें कि हम कनाडाई लोगों को सुरक्षित रखने के लिए क्या कर सकते हैं. इसके लिए हम सार्वजनिक सुरक्षा समिति की आपातकालीन बैठक बुला सकते हैं. हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि हम भारत के चरमपंथी संगठन आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने के लिए कदम उठाएं. हम यह भी सुनिश्चित कर सकते हैं कि हम भारतीय राजनयिकों पर भी कड़े प्रतिबंध लगाए जाएं.’’ उनसे पूछा गया, ‘‘क्या उन्हें निशाना बनाया जा रहा है?’’
इस पर उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरे बारे में नहीं है. यह इस तथ्य के बारे में है कि कनाडा के लोगों पर गंभीर खतरा और जोखिम है. आरसीएमपी ने जो बताया है, वह वास्तव में परेशान करने वाला होना चाहिए. जब हिंसा की ये घटनाएं होती हैं, अगर कोई गोली चलाता है, अगर किसी आपराधिक संगठन के सदस्य को किसी राजनयिक द्वारा काम पर रखा जाता है या उससे काम कराया जाता है, तो यह अविश्वसनीय रूप से परेशान करने वाला लगता है. अगर ऐसा हो रहा है, तो इससे उस समुदाय में रहने वाले सभी लोगों, उसके आस पास रहने वाले सभी लोगों को खतरा है. जब कारोबारी प्रतिष्ठानों पर गोलियां चलाई जा रही हों तो यह आस-पास रहने वाले किसी भी व्यक्ति, राहगीरों और सभी कनाडाई लोगों के लिए खतरा है. इसे अत्यंत गंभीरता से लिया जाना चाहिए.’’ सिंह ने कहा, ‘‘भारत पर बनाने के लिए हमें अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम करने की जरूरत है.’’