देश की खबरें | केवल घोडा—खच्चरों से केदारनाथ में 101.34 करोड़ रुपये का कारोबार

देहरादून, 27 अक्टूबर केदारनाथ यात्रा में सिर्फ़ घोड़ा-खच्चरों और डंडी—कंडी (डोली) के भाड़े से ही इस सीजन में 101.34 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है जबकि हेलीकॉप्टर सेवा प्रदाता कंपनियों ने भी 75.40 करोड़ रुपये की कमाई की है।

उत्तराखंड में चार धाम यात्रा अपने आख़िरी पड़ाव पर है। बाबा केदारनाथ और यमुनोत्री के कपाट बृहस्पतिवार को शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। गंगोत्री के कपाट बुधवार को बंद हो गए थे जबकि बदरीनाथ के कपाट 19 नवंबर को बंद होंगे।

चारधामों में से केदारनाथ और यमुनोत्री धाम पहुंचने के लिए कई किलोमीटर लंबी कठिन पैदल यात्रा करनी पड़ती है।

यहां जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, केदारनाथ धाम में इस बार घोड़ा-खच्चर और डंडी—कंडी व्यवसाइयों ने क़रीब 101.34 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड कारोबार किया जिससे सरकार को भी आठ करोड़ रुपये से ज्यादा का राजस्व प्राप्त हुआ। श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम बनाने के लिए प्रशासन ने इस बार 4,302 घोड़ा मालिकों के 8,664 घोड़े-खच्चर पंजीकृत किए थे और इस सीजन में 5.34 लाख तीर्थयात्री घोड़े-खच्चरों की सवारी कर केदारनाथ धाम तक पहुंचे।

उधर, यमुनोत्री में घोड़े-खच्चरों वालों ने 21.75 करोड़ रुपये का कारोबार किया और यह आंकडा भी नया रिकार्ड ​है। यमुनोत्री धाम में लगभग 2,900 घोड़े-खच्चर पंजीकृत किए गए थे।

हेलीकॉप्टर सेवा प्रदान करने वाली कंपनियों ने भी 75.40 करोड़ रुपये का कारोबार किया।

उधर, सीतापुर और सोनप्रयाग पार्किंग से राज्य सरकार को भी लगभग 75 लाख रुपये का राजस्व मिला।

इसके अलावा चारधाम यात्रा मार्ग के सभी होटल, होमस्टे, लॉज और धर्मशालाएं भी पिछले छः माह तक लगातार बुक रहीं। काफी समय से आर्थिक नुकसान झेल रहे सरकारी उपक्रम गढवाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) को भी इस साल अगस्त तक 40 करोड़ की आय हो चुकी थी।

अतिथि गृहों का संचालन करने वाले जीएमवीएन के प्रबंध निदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कि यह आँकड़ा 50 करोड़ रुपये के क़रीब पहुंचने का अनुमान है।

चारधाम यात्रा से जुड़े टैक्सी व्यवसायों ने भी पिछले सालों की औसत आय से तीन गुना अधिक का कारोबार किया है।

कोविड काल के कारण दो साल बंद रहने के बाद इस बार नियमित रूप से चली चारधाम यात्रा ने इस बार तीर्थयत्रियों की संख्या का भी कीर्तिमान स्थापित किया।

इस बार अब तक 43 लाख से ज्यादा तीर्थयात्री चार धाम यात्रा कर चुके हैं जो पिछले दो दशक का सबसे बड़ा आँकड़ा हैं। जहां केदारनाथ में 15,61,882 श्रद्धालुओं ने बाबा के दर पर माथा टेका वहीं यमुनोत्री मंदिर के दर्शन के लिए चार लाख 86 हजार तीर्थयात्री पहुंचे।

चारधाम के सफल संचालन को लेकर खुशी व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस बार की चार धाम यात्रा बहुत उत्साहवर्धक रही है जिससे प्रदेश की आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिला है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस सदी के तीसरे दशक को उत्तराखंड का बताए जाने के कथन का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा के जरिए इसकी शुरूआत हो चुकी है।

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