नयी दिल्ली, 18 जुलाई संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल के 4जी प्रौद्योगिकी से जुड़े पूरे ढांचे (स्टैक) को राष्ट्रीय गौरव की नजर से देखा जाना चाहिए, क्योंकि दूरसंचार निगम मौजूदा प्रौद्योगिकियों को चुनने के बजाय स्वदेशी उत्पादों को अपनाने के कठिन रास्ते पर चल रहा है।
मंत्री ने भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के 4जी सेवाओं की वाणिज्यिक शुरुआत के लिए कोई विशिष्ट समयसीमा बताने से इनकार कर दिया। हालांकि, उन्होंने कहा कि दैनिक लक्ष्य निर्धारित करने के लिए एक परियोजना प्रबंधन इकाई बनाई जा रही है और वह स्वयं लक्ष्यों की निगरानी करेंगे। उन्होंने प्रतिबद्धता जताई कि परिणाम ‘जल्द से जल्द’ दिखाई देंगे।
सिंधिया ने कहा, “मैं आपसे केवल इतना वादा कर सकता हूं कि तेजस, बीएसएनएल, टीसीएस, सीडीओटी के साथ-साथ हमारी सभी कंपनियां एक साथ मिलकर एक पीएमयू बना रही हैं और वह पीएमयू साप्ताहिक या मासिक नहीं, बल्कि दैनिक लक्ष्य निर्धारित करेगा और उन लक्ष्यों की निगरानी मैं और दूरसंचार सचिव करेंगे।”
उन्होंने कहा कि बीएसएनएल के 4जी प्रयासों के बारे में राष्ट्रीय गौरव की भावना से सोचना महत्वपूर्ण है।
मंत्री ने अक्टूबर में होने वाले इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2024 की जानकारी देने के लिए आयोजित कार्यक्रम से इतर कहा, “बीएसएनएल के लिए मौजूदा प्रौद्योगिकियों को अपनाना और वही करना आसान था जो अन्य कर रहे हैं, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री ने कहा है कि भारत को केवल सेवाओं का आपूर्तिकर्ता नहीं बनना चाहिए, बल्कि हमें उत्पादों का आपूर्तिकर्ता भी बनना चाहिए, इसलिए आपने (बीएसएनएल ने) भारत में अपना 4जी स्टैक विकसित करने का कठिन रास्ता चुना।”
इस बीच, सिंधिया ने भरोसा दिलाया कि अन्य सरकारी दूरसंचार कंपनी एमटीएनएल के बॉन्ड बकाया पर कोई चूक नहीं होगी। उन्होंने कहा कि एमटीएनएल के परिचालन को बीएसएनएल को स्थानांतरित किया जाएगा और इसकी देनदारियों के भुगतान के लिए संपत्तियों का मौद्रीकरण किया जाएगा।
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