बैंक ऑफ इंग्लैंड की नौ-सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक में प्रमुख ब्याज दर को 4.75 प्रतिशत पर स्थिर रखने का फैसला किया गया। पिछले महीने इस दर में कटौती की गई थी।
ब्याज दर को स्थिर रखने के पीछे खुदरा मुद्रास्फीति के बढ़कर 2.6 प्रतिशत हो जाने की अहम भूमिका रही है। यह केंद्रीय बैंक के दो प्रतिशत के मुद्रास्फीति के लक्ष्य से अधिक है।
बैंक ऑफ इंग्लैंड के गवर्नर एंड्रयू बेली ने कहा, ‘‘हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि मुद्रास्फीति लगातार दो प्रतिशत लक्ष्य के भीतर बनी रहे।’’
ब्याज दर में कटौती होने से मुद्रास्फीति में और बढ़ोतरी की आशंका को देखते हुए एमपीसी ने यथास्थिति बनाए रखने का फैसला किया। हालांकि, समिति के तीन सदस्यों में 0.25 प्रतिशत कटौती का समर्थन किया था।
एपी प्रेम
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