जरुरी जानकारी | शेयर बाजारों में तीन दिन की तेजी पर ‘ब्रेक’, साप्ताहिक आधार पर भी नुकसान में

मुंबई, नौ अप्रैल शेयर बाजारों में तीन दिन से जारी तेजी का सिलसिला शुक्रवार को थम गया। कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन के चलते निवेशकों ने बैंकिंग, वित्तीय और ढांचागत कंपनियों के शेयरों में बिकवाली की, जिससे बाजार नीचे आ गया।

कारोबारियों ने कहा कि रुपये में लगातार गिरावट से भी निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।

बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स उतार-चढ़ाव के बीच 154.89 अंक या 0.31 प्रतिशत के नुकसान से 49,591.32 अंक पर आ गया।

इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 38.95 अंक या 0.26 प्रतिशत टूटकर 14,850 अंक से नीचे 14,834.85 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स की कंपनियों में बजाज फाइनेंस का शेयर सबसे अधिक 3.12 प्रतिशत टूट गया। अल्ट्राटेक सीमेंट, एनटीपीसी, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एलएंडटी और एचडीएफसी बैंक के शेयर भी नुकसान में रहे।

वहीं दूसरी ओर सन फार्मा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टेक महिंद्रा, डॉ. रेड्डीज और टाइटन के शेयर 3.69 प्रतिशत तक चढ़ गए। साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 438.51 अंक या 0.87 प्रतिशत नीचे आया है। वहीं निफ्टी साप्ताहिक आधार पर 32.50 अंक या 0.21 प्रतिशत के नुकसान में रहा।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘कमजोर वैश्विक रुख तथा कोविड के मामले बढ़ने से घरेलू बाजारों में नकारात्मक रुख रहा। संपत्ति की गुणवत्ता को लेकर जोखिम और राज्यों में अंकुशों की वजह से निजी बैंकों की अगुवाई में बाजार में गिरावट आई।’’

उन्होंने कहा कि निजीकरण के लिए संभावित बैंकों की सूची को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद के बीच सरकारी बैंकों के शेयरों में लिवाली देखने को मिली।

बीएसई मिडकैप में 0.08 प्रतिशत की गिरावट आई। स्मॉलकैप 0.69 प्रतिशत चढ़ गया। फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पावेल के केंद्रीय बैंक के नरम रुख को जारी रखने के संकेत से वॉल स्ट्रीट में तेजी आई। इससे वैश्विक बाजार चढ़ गए।

अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहा। वहीं जापान के निक्की में लाभ दर्ज हुआ।

शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार भी नुकसान में थे।

इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.27 प्रतिशत के नुकसान से 63.03 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपये में लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में गिरावट आई और यह 15 पैसे और टूटकर 74.73 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।

शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 110.85 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

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