हांगझोउ, 30 सितंबर: अनुभवी रोहन बोपन्ना और रूतुजा भोसले ने पहला सेट हारने के बाद वापसी करते हुए चीनी ताइपै के सुंग हाओ हुआंग और एन शुओ लियांग को 2 . 6, 6 . 3, 10 . 4 से हराकर एशियाई खेलों की मिश्रित युगल स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीत लिया. यह भी पढ़ें: Asian Games 2023: रोहन बोपन्ना-रुतुजा भोसले की जोड़ी ने भारत को दिलाया स्वर्ण पदक, मिश्रित युगल फाइनल में चीनी ताइपे को दी मात
अब भारतीय टेनिस दल कम से कम एक स्वर्ण पदक लेकर लौटेगा. इस बार एशियाई खेलों में टेनिस में भारत की झोली में दो ही पदक गिरे जिनमें पुरूष युगल का रजत शामिल है.
भारत ने टेनिस में 2002 में बुसान में चार, 2006 में दोहा में चार, 2010 में ग्वांग्झू में पांच, 2014 में इंचियोन में पांच और 2018 में जकार्ता में तीन पदक जीते थे. साकेत माइनेनी और रामकुमार रामनाथन ने पुरूष युगल में रजत जीता है.