कोलकाता, 16 फरवरी भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने बुधवार को आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ‘‘द्वारे सरकार’’ शिविर का आयोजन कर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर रही हैं क्योंकि राज्य में 108 नगरपालिकाओं में चुनाव की तारीख पहले ही घोषित कर दी गई है।
पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि पार्टी जल्द ही इस मुद्दे को राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) के पास ले जाएगी।
वहीं, तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि शिविर का आयोजन प्रशासनिक कदम है और इसका नगरपालिका चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है।
भट्टाचार्य ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नया मापदंड बनाया है। राज्य ऐसी घोषणा करता है जिससे जनता को लाभ होगा और बैठकों का चैनलों पर सीधा प्रसारण होता है। उनकी सरकार अखबारों के प्रथम पृष्ठ पर द्वारे सरकार योजना का विज्ञापन देती है जबकि चुनाव प्रक्रिया प्रगति पर है।’’
उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि क्या आदर्श आचार संहिता लागू करने का कोई तुक भी है।
भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘हम जल्द इस मुद्दे को एसईसी के पास ले जाएंगे। हालांकि, हम इसपर कार्रवाई को लेकर आश्वस्त नहीं हैं।’’
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में नगर निकाय के चुनाव 27 फरवरी को होने हैं। भट्टाचार्य ने दावा किया कि भाजपा राज्य में तीन विरोधियों के खिलाफ लड़ रही है, वे हैं तृणमूल कांग्रेस, राज्य पुलिस और एसईसी।
भाजपा के आरोपों पर जवाब देते हुए तृणमूल कांग्रेस के विधानसभा में उप मुख्य सचेतक तपस रॉय ने कहा कि पहले से चल रही परियोजनाएं नहीं रोकी जा सकतीं।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा संविधान को नहीं जानती और वे एक के बाद एक आरोप लगाने में व्यस्त हैं।’’
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