7 Years of Modi Government: मोदी सरकार की सातवीं वर्षगांठ पर देशभर के एक लाख गांवों तक पहुंचेगी बीजेपी
पीएम मोदी (Photo Credits: PTI)

नयी दिल्ली, 26 मई. भाजपा-नीत केंद्र सरकार की सातवीं वर्षगांठ के मौके पर सत्तारूढ़ दल ने देश भर के एक लाख गांवों में कोविड-19 (COVID-19) से बचाव व राहत गतिविधि चलाने की योजना तैयार की है और इस दौरान सभी कोरोना संबंधी नियमों का पालन करते हुए केंद्रीय मंत्री, सांसद और विधायक कम से कम दो गांवों का दौरा करेंगे. भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा (JP Nadda) ने पहले ही घोषणा कर रखी है कि कोविड-19 के मद्देनजर पार्टी सरकार की सातवीं वर्षगांठ के मौके पर किसी प्रकार के समारोह का आयोजन नहीं करेगी बल्कि संकट की इस घड़ी में पार्टी लोगों की सेवा करेगी. बहरहाल, पार्टी की ओर से तय किए गए कार्यक्रमों की जानकारी साझा करते हुए भाजपा महासचिव तरुण चुग (Tarun Chugh) ने कहा कि नड्डा ने साफ शब्दों में कहा है कि सातवीं वर्षगांठ के मौके पर भाजपा कार्यकर्ताओं को लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करना होगा. यह भी पढ़ें- मोदी सरकार के 7 साल: जेपी नड्डा ने कहा- नहीं होगा कोई कार्यक्रम, कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के कल्याण के लिए योजनाएं शुरू करें बीजेपी शासित राज्य.

उन्होंने कहा, ‘‘नड्डाजी के मार्गदर्शन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा देश के एक लाख गांवों में कोविड से संबंधित राहत व बचाव अभियान चलाएगी. इस दौरान पार्टी के कार्यकर्ता मास्क, सेनिटाइजर और अन्य आवश्यक सामग्रियों का वितरण करेंगे.’’ उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता इस अवसर पर गरीबों और जरूरतमंदों के बीच खाद्य सामग्री बांटेंगे और टीकाकरण अभियान के प्रति लोगों को जागरूक करेंगे. वर्षगांठ के मौके पर पार्टी के कार्यकर्ता रक्तदान शिविरों का भी आयोजन करेंगे. चुग ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष ने साफ कहा कि इन आयोजनों के दौरान कोविड-19 से संबंधित दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए.

उन्होंन बताया कि सांसदों और विधायकों के अलावा केंद्रीय मंत्रियों व राज्यों के मंत्रियों को दो कम से कम दो गांवों में इसी प्रकार के अभियान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने को कहा गया है. भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को लिखे एक पत्र में नड्डा ने यह भी कहा कि कोरोना महामारी के चलते उत्पन्न परिस्थितियों के मद्देनजर सातवीं वर्षगांठ के मौके पर कोई समारोह का आयोजन नहीं किया जाना चाहिए और उसकी जगह सरकारें कल्याणकारी कार्यक्रमों का आयोजन कर सकती हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना ने देश व समाज पर गहरी चोट पहुंचाई है.