नयी दिल्ली, 11 अप्रैल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाने का आरोप लगाया और कहा कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की ‘‘गंदी राजनीति’’ और उनके ‘‘भड़काऊ’’ बयानों ने रामनवमी के अवसर पर कई राज्यों में निकाली गई शोभा यात्रा के दौरान हिंसा में अहम भूमिका निभाई।
पत्रकारों से बातचीत में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी को चुनावी ‘‘हिन्दू’’ करार दिया और आरोप लगाया कि वह हिन्दू होने का दिखावा करते हैं।
पात्रा, राहुल गांधी के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें उन्होंने (राहुल गांधी ने) भाजपा के एक नेता से अपने संवाद का उल्लेख करते हुए कथित तौर पर यह पूछा था कि क्या वह पुनर्जन्म में विश्वास करते हैं ? उस भाजपा नेता का जवाब नहीं में था।
उन्होंने कहा था, ‘‘कुछ दिन पहले संसद में भाजपा के एक वरिष्ठ नेता से मैं मिला...मैंने उनसे सवाल पूछा कि क्या आप पुनर्जन्म में विश्वास करते हैं? उन्होंने कहा कि मैं तो नहीं करता। तब मैंने उनसे कहा कि अगर आप पुनर्जन्म में विश्वास नहीं करते हो तो फिर आप राम में कैसे विश्वास कर सकते हो? वह नेता चौंक गया। कहता है कि बात तो सही है...बाहर किसी को मत बता देना।’’
भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी और कांग्रेस नेता के राजू की पुस्तक ‘‘द दलित ट्रूथ: द बैटल्स फॉर रियलाइजिंग आंबेडकर्स विजन’’ के विमोचन के अवसर पर राहुल गांधी ने यह बात कही थी।
अपने संबोधन के दौरान राहुल गांधी ने गुजरात के ऊना में दलितों के खिलाफ हुई हिंसा की घटना के बाद आत्महत्या का प्रयास करने वाले एक दलित युवक से हुए उनके संवाद का भी उल्लेख किया था। दलित युवक से संवाद का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा था कि उस समय उनके दिमाग में आया, ‘‘अगर मेरी बहन को किसी ने बांधकर... मारा होता तो मैं आत्महत्या करने से पहले उसको एक चाकू तो मार देता।’’
भाजपा प्रवक्ता पात्रा ने राहुल गांधी के उक्त बयानों का जिक्र करते हुए उन पर हमला बोला और कहा कि यह दर्शाता है कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष को ना ही संविधान और ना ही न्यायपालिका पर भरोसा है।
पात्रा ने, सत्ता के बीच में पैदा होने के बावजूद सत्ता में दिलचस्पी ना होने संबंधी राहुल गांधी के बयान का भी जिक्र किया और कहा कि उनके इन बयानों का उद्देश्य लोगों को ‘‘उकसाना’’ था और भगवान राम के अस्तित्व पर ‘‘सवाल’’ उठाना उनकी हताशा को दर्शाता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता के लिए गांधी परिवार किसी भी हद तक जा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘जिस प्रकार कुछ नेता भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठा रहे हैं और लोगों को उकसा रहे हैं...यह नहीं होना चाहिए था। ऐसा लगता है कि राहुल गांधी इस बात को पचा नहीं पा रहे हैं कि भारत का विश्वास भगवान राम में है। इससे कांग्रेस का चरित्र परिलक्षित होता है।’’
पात्रा ने कांग्रेस द्वारा राहुल गांधी को ‘‘जनेऊधारी हिन्दू’’ कहे जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि ‘‘राम के अस्तित्व पर हमला’’ कर कांग्रेस नेता ने साबित कर दिया है कि वह सिर्फ चुनावी फायदे के लिए खुद को हिन्दू बताते हैं।
उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ने तो उच्चतम न्यायालय में हलफनामा दायर कर कहा कि राम के अस्तित्व का कोई प्रमाण नहीं है।
पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी अपनी मां और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दिखाए रास्ते पर ही चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि राम के अस्तित्व पर सवाल उठाने का परिणाम यह हुआ कि आज चुनावों में कांग्रेस का अस्तित्व ही समाप्त हो रहा है।
उन्होंने कहा कि जनता फिर इस विपक्षी पार्टी को सबक सिखाएगी।
इस कड़ी में पात्रा ने ठाकरे पर भी निशाना साधा। उन्होंने रविवार को कहा था कि उन्हें आश्चर्य है कि अगर भगवान राम का जन्म नहीं हुआ होता तो भाजपा राजनीति में कौन सा मुद्दा उठाती। उन्होंने कहा था कि चूंकि भाजपा के पास मुद्दों की कमी है, इसलिए वह धर्म और नफरत (फैलाने) पर बात कर रही है।
पात्रा ने कहा कि भाजपा पर हमला करने के लिए विपक्षी नेताओं के पास हजारों कारण हो सकते हैं लेकिन यह ‘‘गंदी राजनीति’’ है।
रामनवमी के दिन देश के कुछ हिस्सों में जुलूस के दौरान हुई हिंसा की घटनाओं का उल्लेख करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जब राहुल गांधी और ठाकरे जैसे वरिष्ठ नेता तुष्टिकरण की राजनीति के लिए ऐसे बयान देंगे तो इस प्रकार की घटनाएं होना स्वाभाविक है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हिंसा के लिए दक्षिणपंथी समूहों को जिम्मेवार ठहराया है और भाजपा पर हमले किए हैं।
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