भाजपा को अपना नारा बदलकर ‘मेरा परिवार भागता परिवार’ करना चाहिए: अखिलेश यादव
अखिलेश यादव (Photo: Twitter)

लखनऊ, 30 अक्टूबर : समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को तंज कसते हुए कहा कि जिस तरह से सत्तारूढ़ दल के लोग सपा में शामिल हो रहे हैं उसके मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना नारा ‘मेरा परिवार भाजपा परिवार’ के बजाय ‘मेरा परिवार भागता परिवार’ करना पड़ेगा. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक राकेश राठौर और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निलंबित छह विधायकों के सपा में शामिल होने के अवसर पर संवाददाताओं से बातचीत में अखिलेश ने कहा, ‘‘राकेश राठौर जी के पार्टी में शामिल होने के बाद हो सकता है मुख्यमंत्री जी अपना नारा बदल दें. इसे मेरा परिवार, भाजपा परिवार के बजाय मेरा परिवार, भागता परिवार कर दें.’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘जनता इतनी दुखी है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश से भाजपा का सफाया होगा. मैंने जो कहा है कि यह नारा बदलेगा और भाजपा परिवार भागता परिवार ही दिखाई देगा.’’ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में सीतापुर सदर से भाजपा विधायक राकेश राठौर और बसपा विधायकों असलम राइनी (भिनगा), सुषमा पटेल (मड़ियाहूं), हर गोविंद भार्गव (सिधौली), हाकम लाल बिंद (हंडिया), मुजतबा सिद्दीकी (फूलपुर) और असलम अली चौधरी (धौलाना) ने सपा की सदस्यता ग्रहण की.

अखिलेश ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘आने वाले समय में सपा की सरकार बनने जा रही है. इस वक्त जो सरकार में हैं उनसे मेरा निवेदन है कि वे दीवाली का त्योहार मनाएं और अपने घर की सफाई अच्छे से करा लें, जिससे वहां धुएं के निशान मिट जाएं.’’ सपा अध्यक्ष ने वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा द्वारा बनाए गए संकल्प पत्र के पन्ने पलटते हुए कहा, ‘‘कल भाजपा के मंच से कहा गया कि उसने अपने चुनाव घोषणा पत्र के 90 फीसद तक वादे पूरे कर दिए हैं और बाकी बचे हुए दो महीने में पूरे हो जाएंगे.’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘भाजपा के संकल्प पत्र का कोई भी पन्ना आप पलट लीजिए. जनता से किया गया एक भी वादा पूरा नहीं हुआ है. इस चुनाव घोषणापत्र में सबसे पहली बात कही गई थी कि 2022 तक किसानों की कृषि आमदनी दोगुनी करने के लिए विस्तृत रोडमैप तैयार किया जाएगा. आज उत्तर प्रदेश का किसान जानना चाहता है कि आखिरकार आय कब दोगुनी होगी.’’ प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि बुंदेलखंड के लोगों ने सबसे ज्यादा भाजपा पर भरोसा किया लेकिन भाजपा सरकार ने सबसे ज्यादा विश्वासघात उन्हीं लोगों के साथ किया. यह भी पढ़ें : 2022 के गणतंत्र दिवस सप्ताहांत में रिलीज होगी राजकुमार, भूमि स्टारर ‘Badhaai Do’

उन्होंने भाजपा पर शिक्षण संस्थानों को चौपट करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इन संस्थानों में एक खास तरह की सोच के लोगों को बैठा दिया गया है ताकि बरसों बरस उसी सोच के लोग भर्ती होते रहें. इससे बड़ा नुकसान और कुछ नहीं हो सकता है. अखिलेश ने एक सवाल पर कहा कि जो नौजवान रोजगार मांगने आया उसे प्रदेश की भाजपा सरकार ने लाठी मारकर वापस भेजा है. इस बार नौजवान वोट डाल कर भाजपा का सफाया करेगा. अखिलेश ने एक सवाल के जवाब में कहा कि कांग्रेस और भाजपा के बारे में समाजवादियों का यही मानना है कि जो कांग्रेस है, वही भाजपा है और जो भाजपा है वही कांग्रेस है. सपा अध्यक्ष ने लखीमपुर खीरी कांड मामले के बाद विवादों से घिरे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की शुक्रवार को लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मौजूदगी का जिक्र किया. उन्होंने कहा, ‘‘गाड़ी से किसानों को कुचलने की तस्वीरें किसने नहीं देखी. वह वीडियो भी देख लीजिए जिसमें मंत्री ने धमकाया. उस मंत्री को अमित शाह के साथ मंच पर सम्मान दिया जा रहा है.’’