जयपुर, एक जून राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने बृहस्पतिवार को कहा कि भाजपा यह तय नहीं कर पाई है कि वह राजस्थान में किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी।
प्रदेश में इस साल के अंत में चुनाव होने वाले हैं।
बेनीवाल ने वसुंधरा राजे पर मुख्यमंत्री रहने के दौरान भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगाया और कहा कि वह कल अजमेर रैली के दौरान मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बगल में बैठी थीं और ऐसे में प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार के खिलाफ कैसे बात कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि युवा अग्निपथ योजनाओं के खिलाफ हैं और इसका असर हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक चुनाव के नतीजों में दिखाई दिया है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस और भाजपा के खिलाफ तीसरे मोर्चे की जरूरत है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा की कि उनकी पार्टी इस महीने राज्य में चार रैलियां और चार प्रदर्शन करेगी।
बेनीवाल ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘राजस्थान में भाजपा पिछले चार वर्षों में विपक्ष के रूप में अपनी भूमिका निभाने में विफल रही है। यह उनकी पार्टी आरएलपी ही थी जिसने पेपर लीक और अन्य मामलों को प्रभावी ढंग से उठाया है।’’
किसानों के मुद्दे पर राजग गठबंधन छोड़ने से पहले भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का हिस्सा रहे बेनीवाल ने कहा,‘‘प्रधानमंत्री को बार-बार राजस्थान आना पड़ता है क्योंकि भाजपा यह तय नहीं कर पाई है कि वह राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ेगी।’’
बेनीवाल ने दिसंबर 2020 में किसानों के आंदोलन को लेकर राजग गठबंधन से नाता तोड दिया था।
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बेनीवाल ने कहा कि सभी जानते हैं कि वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली भाजपा की पिछली सरकार के दौरान भ्रष्टाचार चरम पर था और वह (राजे) कल रैली में प्रधानमंत्री के बगल में बैठी थीं।
उन्होंने कहा, ‘‘आप (प्रधानमंत्री) भ्रष्टाचार पर भाषण देते हैं, जबकि सच्चाई यह है कि उनकी सरकार (वसुंधरा राजे के शासन) में भ्रष्टाचार था। आप भ्रष्टाचारियों को साथ लेकर भ्रष्टाचार के खिलाफ बात कर रहे हैं।’’
बेनीवाल ने कहा कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी द्वारा राजस्थान में बजरी की दरों को कम करवाने,स्टेट हाइवे को टोल फ्री करने,स्थानीय लोगो को रोजगार में प्राथमिकता देने, किसानों की कर्ज माफी, पानी की उपलब्धता सहित दर्जनों मुद्दों को लेकर बड़े प्रदर्शन और जन सभाएं आयोजित की जायेगी।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी तीसरा मोर्चा बनाने के लिए आगामी चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के खिलाफ मजबूती से लड़ेगी।
आरएलपी के वर्तमान में 200 विधानसभा के सदन में तीन विधायक हैं।
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