Madhya Pradesh: पूर्व सीएम कमलनाथ ने शिवराज सिंह चौहान पर लगाए गंभीर आरोप, कहा- BJP सरकार ने किसानों की कर्जमाफी योजना बंद की
कमलनाथ (Photo Credits: IANS)

खंडवा (मध्य प्रदेश): मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) कांग्रेस (Congress) समिति के अध्यक्ष कमलनाथ (Kamal Nath) ने सोमवार को आरोप लगाया कि शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) के नेतृत्व वाली भाजपा (BJP) सरकार ने सत्ता में आने के बाद पूर्वीवर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा शुरु की गई किसान (Farmer) ऋण माफी योजना को बंद कर दिया है. इसके साथ ही कमलनाथ ने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश की एक लोकसभा (Lok Sabha) सीट और तीन विधानसभा (Vidhan Sabha) सीटों के लिए दो नवंबर को उपचुनाव के नतीजे आने के बाद चौहान को मुख्यमंत्री पद छोड़ना होगा. Madhya Pradesh: सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा- एक जमाने में दिग्गी राजा मुख्यमंत्री थे तो सड़कें कैसी थी याद कर लीजिए

खंडवा लोकसभा सीट के लिए कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में चुनाव प्रचार करते हुए नाथ ने दावा किया कि जब वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री (दिसंबर 2018 से मार्च 2020 तक) थे, तब 27 लाख किसानों की कृषि ऋण माफ किए गए थे.

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार के दौरान हमने खरगोन में 1.21 लाख, देवास में 1.17 लाख, बुरहानपुर में 1.72 लाख और खंडवा में 58,000 सहित पूरे प्रदेश में 27 लाख किसानों का कृषि ऋण माफ किया गया। लेकिन शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा के सत्ता में आने के तुरंत बाद सरकार ने ऋण माफी योजना को रोक दिया.’’

कमलनाथ ने सोमवार को खंडवा लोकसभा सीट धूलकोट और पुनासा कस्बे में कांग्रेस के उम्मीदवार राजनारायण सिंह पूर्णी के समर्थन में रैलियों को संबोधित किया. मध्य प्रदेश में उपचुनाव के तहत 30 अक्टूबर को मतदान होगा और मतगणना दो नवंबर को होगी.

कमलनाथ ने कहा कि खराब मौसम के कारण यहां नहीं आने की प्रशासन की सलाह के बावजूद भी वह धूलकोट आए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘कांग्रेस जब 2023 में प्रदेश में सत्ता में लौटेगी तो हम मध्य प्रदेश के सभी आदिवासियों को जमीन का पट्टा देंगे.’’

चौहान को भी धूलकोट में एक रैली को संबोधित करना था लेकिन अंतिम समय में खराब मौसम के कारण उनका कार्यक्रम रद्द कर दिया गया. चौहान को घोषणावीर बताकर उनकी आलोचना करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि पिछले 16 वर्षो में चौहान ने 22 हजार घोषणाएं की लेकिन अब उनकी घोषणाओं करने का समय खत्म होने पर आ गया है. उन्होंने दावा किया, ‘‘दो नवंबर को चुनाव के नतीजे आने के बाद चौहान को मुख्यमंत्री का पद छोड़ना होगा.’’

कमलनाथ ने कहा कि पिछले 21 वर्षो में खंडवा में हुए चुनावों में भाजपा ने आठ में से सात बार जीत हासिल की है. उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि इस बार खंडवा के लोग एक नया इतिहास लिखेंगे क्योंकि वे भाजपा के झूठे वादों और घोषणाओं से थक चुके हैं.’’

भाजपा सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के निधन के कारण खंडवा लोकसभा में उपचुनाव कराना पड़ रहा है. इसके अलावा मध्य प्रदेश में पृथ्वीपुर, रैगांव और जोबट विधानसभा की रिक्त सीटों पर ही उपचुनाव हो रहा है.

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