भुवनेश्वर, 11 दिसंबर विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) और कांग्रेस ने बुधवार को ओडिशा की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा और उस पर लाभ वाले वाल्टेयर डिवीजन को पूर्वी तटीय रेलवे जोन (ईसीओआर) से अलग किए जाने पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया।
विधानसभा में बीजद सदस्य रणेन्द्र प्रताप स्वैन और कांग्रेस विधायक दल के नेता राम चन्द्र कदम ने शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाया।
उन्होंने दावा किया कि वाल्टेयर डिवीजन का नव सृजित दक्षिण तटीय रेलवे जोन में विलय करने के बाद पूर्व तटीय रेलवे को लगभग 10,000 करोड़ रुपये के वार्षिक राजस्व का नुकसान होगा।
आठ बार के विधायक स्वैन ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जोकि ओडिशा से बीजद के समर्थन से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए।
स्वैन ने कहा, "मुझे शर्म आती है कि हमने उस व्यक्ति को वोट दिया जो रेल मंत्री बनने के बाद से ओडिशा के हितों के खिलाफ काम कर रहा है।"
कांग्रेस विधायक दल के नेता रामचंद्र कदम ने आरोप लगाया कि भाजपा नीत केंद्र सरकार वाल्टेयर डिवीजन को आंध्र प्रदेश के दक्षिण तटीय रेलवे जोन में विलय की अनुमति देकर ओडिशा के हितों की उपेक्षा कर रही है।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि यदि वाल्टेयर डिवीजन को ईसीओआर जोन से अलग किया गया तो कांग्रेस आंदोलन शुरू करेगी।
हालांकि उपमुख्यमंत्री केवी सिंह देव ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि केंद्र की भाजपा सरकार से सबसे अधिक लाभ ओडिशा को हुआ है।
सिंह देव ने कहा, "राज्य में 73,000 करोड़ रुपये की विभिन्न रेलवे परियोजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। वाल्टेयर डिवीजन को ईसीओआर जोन से अलग किया जा रहा है, जबकि इसे एक नया रायगड डिवीजन मिल रहा है। इसलिए ईसीओआर के अधिकार क्षेत्र में पहले की तरह तीन डिवीजन बने रहेंगे।"
संसदीय कार्य मंत्री मुकेश महालिंग ने रायगड में नए रेलवे डिवीजन को मंजूरी देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा, "मैं सदन को आश्वस्त करता हूं कि रायगड डिवीजन के पूरा होने के बाद राज्य के दक्षिणी हिस्सों में रेल नेटवर्क को बढ़ाया जाएगा।"
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