बर्ड फ्लू : इंदौर में आठ दिन में 155 कौए मरे मिले, सतर्कता बढ़ाई गई
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

इंदौर (मध्यप्रदेश), 6 जनवरी : इंदौर (Indore) के रेसीडेंसी क्षेत्र में आठ दिन पहले मृत कौओं में बर्ड फ्लू (Bird flu) के एच5एन8 वायरस (H5n8 virus) की पुष्टि होने के बाद अब तक शहर में इसी प्रजाति के 155 पक्षी मरे पाए गए हैं. इसके बाद प्रशासन ने इस बीमारी की रोकथाम के लिए मुस्तैदी बढ़ा दी है. पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक प्रमोद शर्मा ने मंगलवार को बताया, “पिछले आठ दिन के दौरान हमें रेसीडेंसी क्षेत्र के आस-पास कुल 155 कौए मरे मिले हैं. हमें लगता है कि इनकी मौत भी बर्ड फ्लू के एच5एन8 वायरस से हुई है क्योंकि इस इलाके के मरे कौओं में इस बीमारी की पुष्टि पहले ही हो चुकी है.” शर्मा ने बताया कि शहर के अलग-अलग इलाकों से 120 जीवित मुर्गे-मुर्गियों और सिरपुर तालाब क्षेत्र के 30 प्रवासी पक्षियों की बीट के नमूने लेकर इन्हें बर्ड फ्लू की जांच के लिए भोपाल की एक प्रयोगशाला में भेजा गया है. इनकी जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.

उन्होंने बताया, “शहर में अब तक कौओं के अलावा किसी भी अन्य प्रजाति के पक्षी में बर्ड फ्लू के एच5एन8 वायरस का संक्रमण नहीं मिला है.” शर्मा ने बताया कि शहर में बर्ड फ्लू की आहट 29 दिसंबर को सुनाई पड़ी थी, जब रेसीडेंसी क्षेत्र के डेली कॉलेज (Daily College) परिसर में करीब 50 कौए मृत पाए गए थे. उन्होंने बताया कि पशु चिकित्सा विभाग ने इनमें से दो कौओं के शव परीक्षण (ऑटोप्सी) के दौरान नमूने लेकर भोपाल की एक प्रयोगशाला में इनकी जांच कराई, तो इनमें बर्ड फ्लू फैलाने वाले वायरस एच5एन8 की पुष्टि हुई थी. यह भी पढ़ें : Bird Flu Outbreak: इन राज्यों में बढ़ा बर्ड फ्लू का प्रकोप, बरतें सावधानियां

इस बीच, स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि रेसीडेंसी क्षेत्र के पांच किलोमीटर के दायरे में सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षणों वाले मरीजों को खोजने के लिए सर्वेक्षण जारी है. लेकिन अब तक किसी भी मनुष्य में बर्ड फ्लू के एच5एन8 वायरस का संक्रमण नहीं मिला है. गौरतलब है कि इंदौर में मरे कौओं में घातक वायरस पाए जाने के बाद प्रदेश सरकार ने सोमवार को ही राज्य में बर्ड फ्लू का अलर्ट जारी किया है. अधिकारियों ने बताया कि पखवाड़े भर में इंदौर के अलावा, मंदसौर,आगर-मालवा, खरगोन और सीहोर जिलों में भी कौए मृत पाए गए हैं. मृत कौओं के नमूने भोपाल की प्रयोगशाला में भेजे गए हैं.