पर्थ, 10 अक्टूबर अनुभवी गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन का मानना है भारत के मैदानों में छोटी बाउंड्री के कारण गेंदबाजों को रक्षात्मक रूख अपनाना पड़ता है जबकि आगामी टी20 विश्व कप के मेजबान ऑस्ट्रेलिया के बड़े मैदानों में गेंदबाजों के पास आक्रामक रूख अख्तियार करने का मौका होगा।
भारत 23 अक्टूबर को मेलबर्न में पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप के शुरुआती मैच से पहले ब्रिसबेन में दो अभ्यास मैच खेलेगा। टीम ब्रिसबेन रवाना होने से पहले पर्थ में अभ्यास कर रही है।
अश्विन ने सोमवार को पश्चिम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के पहले अभ्यास मैच में गेंदबाजी नहीं की। उन्होंने हालांकि टीम के कुछ अन्य साथियों के साथ रविवार को यहां ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेले गये टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच का लुत्फ उठाया था।
इस ऑफ स्पिनर ने कहा, ‘‘भारत में टी20 और द्विपक्षीय मैचों में जो होता है हम उससे सीख सकते हैं। यह कहा जाता है कि गेंदबाजों के खिलाफ काफी रन बन रहे हैं लेकिन भारत में बाउंड्री 30 गज के घेरे के काफी करीब है।’’
अश्विन ने पश्चिम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच के बाद कहा, ‘‘ जब आप ऑस्ट्रेलिया आते हैं तो बाउंड्री बहुत बड़ी होती हैं, इससे गेंदबाजों को प्रयोग करने का मौका मिलता है। आपको किस तरह से गेंदबाजी करनी है, यह जानना भी बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसे मौके पर आप जोखिम उठाने का साहस कर सकते हैं।’’
भारतीय टीम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के इस टूर्नामेंट के लिए काफी पहले यहां पहुंच गयी है।
अश्विन ने कहा, ‘‘ टी20 विश्व कप के लिए दो सप्ताह का समय है और यह एक महत्वपूर्ण प्रतियोगिता है। हम इसे गंभीरता से ले रहे हैं। हम यहां के माहौल में ढलने के लिए जल्दी आये हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ यह जरूरी था कि हम यहां जल्दी पहुंचे और गति तथा उछाल के अभ्यस्त हो जाये । कई खिलाड़ी टीम में नये है, ऐसे में अनुकूल होने के लिए उनके पास अच्छा समय होगा।’’
भारत ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में कई बार सफलता का स्वाद चखा है जिसमें लगातार दो बार टेस्ट श्रृंखला जीतना भी शामिल है। अश्विन ने कहा कि टीम को इससे आत्मविश्वास मिलेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘आपके पास किसी विशेष स्थान की विशेष यादें होती हैं। ऐसे में आप अच्छा करने की पूरी कोशिश करते हैं।’’
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