नयी दिल्ली, 27 अक्टूबर वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों के बीच बेहतर गतिविधियों, ज्ञान को साझा करने और निवेशकों को जोड़ने से स्टार्टअप परिवेश को मजबूत करने में मदद मिलेगी।
भारत-एससीओ स्टार्टअप फोरम की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा कि उभरते भविष्य में रचनात्मकता, नवप्रवर्तन और नवोन्मेष के जरिये स्थापित व्यवस्था में बदलाव नया जनादेश होगा।
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मंत्री ने कहा कि इस नई अनूठी अवधारणा के साथ जो स्टार्टअप आएंगे, उन्हें इस मंच के जरिये बेहतर जुड़ाव मिलेगा।
गोयल ने कहा, ‘‘बेहतर गतिविधियों, ज्ञान को साझा करने, सभी सदस्या देशों की कंपनियों और निवेशकों को जोड़ने, पूंजी को बाजार पर चढ़ाने और उसे जुटाने, पालना घर (इनक्यूबेटर) स्थापित करने, बड़े स्तर पर बाजार पहुंच से निश्चित रूप से नवप्रवर्तन से जुड़े हमारे स्टार्टअप को मदद मिलेगी।’’
एससीओ के सदस्य देश...चीन, भारत, कजाकस्तान, किर्गिजस्तान, रूस, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान हैं।
उन्होंने कहा कि यह मंच सभी सदस्य देशों के लिये अपने अनुभवों को साझा करने और उससे सीखने का एक अवसर है।
इस मौके पर उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव गुरुप्रसाद महापात्र ने कहा कि स्टार्टअप इंडिया पहल की शुरुआत 2016 में हुई, तब से 35,500 से अधिक स्टार्टअप को सरकार ने मान्यता दी है। ये स्टार्टअप 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों के 590 जिलों में काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मंच सामूहिक रूप से स्टार्टअप परिवेश के विकास और उसे मजबूत करने को लेकर सदस्य देशों के बीच जुड़ाव और सहयोग का आधार बनेगा।
मंच की शुरुआत संयुक्त रूप से उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) और डीपीआईआईटी ने की है।
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