देश की खबरें | बंगाल: वक्फ विधेयक वापस लेने की मांग संबंधी प्रस्ताव को लेकर विधानसभा से भाजपा सदस्यों का बहिर्गमन

कोलकाता, तीन दिसंबर वक्फ (संशोधन) विधेयक के विरोध में, पश्चिम बंगाल विधानसभा में लाये गए एक प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान भाजपा सदस्यों ने मंगलवार को सदन से बहिर्गमन किया।

नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी द्वारा सदन में प्रस्ताव का विरोध किये जाने के बाद भाजपा विधायकों ने बहिर्गमन किया।

बाद में मंत्री शोभनदेव चटोपाध्याय द्वारा जवाब दिये जाने के बाद ध्वनि मत से प्रस्ताव को पारित कर दिया गया।

प्रस्ताव पर चर्चा दो दिन चली। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को इस मुद्दे पर चर्चा में हिस्सा लिया था।

लोकसभा ने 28 नवंबर को वक्फ (संशोधन) विधेयक पर विचार कर रही संसद की संयुक्त समिति का कार्यकाल अगले साल बजट सत्र के आखिरी दिन तक के लिए बढ़ाने को मंजूरी दी थी।

समिति के अध्यक्ष जगदम्बिका पाल ने वक्फ (संशोधन) विधेयक संबंधी संसद की संयुक्त समिति का प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का समय बजट सत्र, 2025 के आखिरी दिन तक बढ़ाने का प्रस्ताव सदन में पेश किया, जिसे ध्वनिमत से स्वीकृति प्रदान की गई थी।

सरकार ने वक्फ बोर्ड को नियंत्रित करने वाले कानून में संशोधन से संबंधित विधेयक गत आठ अगस्त को लोकसभा में पेश किया था जिसे सत्तापक्ष एवं विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक एवं चर्चा के बाद संयुक्त समिति को भेजने का फैसला किया गया था।

इस विधेयक में वर्तमान अधिनियम में दूरगामी बदलावों का प्रस्ताव किया गया है, जिनमें वक्फ बोर्ड में मुस्लिम महिलाओं और गैर मुसलमानों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना भी शामिल है।

वक्फ (संशोधन) विधेयक में वक्फ अधिनियम, 1995 का नाम बदलकर ‘एकीकृत वक्फ प्रबंधन, सशक्तीकरण, दक्षता और विकास अधिनियम, 1995’ करने का भी प्रावधान है।

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