ढाका, 19 दिसंबर बांग्लादेश में अगले साल सात जनवरी को होने वाले चुनाव को लेकर जारी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच अज्ञात लोगों ने मंगलवार को राजधानी ढाका में एक यात्री ट्रेन में आग लगा दी, जिससे एक महिला और उसके नाबालिग बेटे समेत कम से कम चार लोगों की मौत हो गई।
यह हमला, देश की मुख्य विपक्षी 'बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी' (बीएनपी) द्वारा चुनावों का बहिष्कार करने और चुनाव आयोग द्वारा घोषित चुनाव कार्यक्रम के खिलाफ औपचारिक विरोध शुरू करने के लिए चल रहे अभियान के तहत बुलाए गए राष्ट्रव्यापी बंद के दौरान हुआ।
पिछले कुछ महीनों में ट्रेन में आगजनी की यह पांचवी घटना है। इस बार चार लोगों की इसमें जान चली गई।
पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि राजधानी के प्रवेश बिंदु पर हवाईअड्डा रेलवे स्टेशन से, ढाका जाने वाली अंतर-जिला मोहनगंज एक्सप्रेस खुलने के तुरंत बाद उपद्रवियों ने सुबह ट्रेन के तीन डिब्बों में आग लगा दी।
तेजगांव पुलिस थाने के प्रभारी मोहम्मद मोहसिन ने कहा, ‘‘हवाईअड्डा स्टेशन से ट्रेन खुलने के बाद यात्रियों ने आग देखी, जिसके बाद इसे अगले पड़ाव तेजगांव स्टेशन पर रोक दिया गया।’’
बीएनपी द्वारा आहूत हड़ताल के बीच ट्रेन में आग लगाए जाने से एक महिला और उसके बच्चे समेत कम से कम चार लोगों की मौत हो गई।
मोहसिन ने कहा कि एक अन्य नाबालिग लड़का लापता है, और उसकी मां जले हुए डिब्बे के सामने उसका इंतजार कर रही थी, क्योंकि अग्निशमन सेवा के बचाव दल अंदर तलाशी ले रहे थे।
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि लोकोमोटिव मास्टर ने तेजगांव में ट्रेन रोकी, जहां अग्निशमन सेवा के बचावकर्मियों ने आग बुझाई और चार शव निकाले। दो मृतकों की पहचान नहीं हो पाई।
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