देश की खबरें | अगले पखवाड़े के समापन पर दिल्ली में कोविड-19 के मामले बढ़कर 56 हजार से अधिक होने की आशंका: जैन
जियो

नयी दिल्ली, आठ जून दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोविड-19 मामलों के दोगुने होने की दर 14 दिन है, इसलिए अनुमान के अनुसार यहां दो सप्ताह के समापन पर इसके 56 हजार से अधिक मामले हो सकते हैं।

रविवार को 1282 नये मामले सामने आने पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के कुल मामले 28 हजार के पार हो गए जबकि मृतक संख्या बढकर 812 हो गई।

यह भी पढ़े | तिरुपति बालाजी मंदिर के कपाट 80 दिनों बाद फिर से खुले: 8 जून 2020 की बड़ी खबरें और मुख्य समाचार LIVE.

मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पूर्व में गठित विशेषज्ञ समिति ने कहा है कि दोगुना होने की दर 14 से 15 दिन है और वर्तमान में शहर में कुल 28,936 मामले सामने आये हैं। इसलिए अनुमान है कि दो सप्ताह के समापन पर मामले बढ़कर 56 हजार हो जा सकते हैं।’’

एक जून को छोड़कर जब दिल्ली में 990 नये मामले सामने आये थे, दिल्ली में 28 मई से सात जून तक प्रतिदिन 1000 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। सबसे अधिक 1513 मामले तीन जून के सामने आये थे।

यह भी पढ़े | Odisha Jan Samvad Rally: अमित शाह बोले-मोदी सरकार ने 10 करोड़ घरों में शौचालय बनाकर माताओं-बहनों को सम्मान से जीने का अधिकार दिया, राम मंदिर का भी किया जिक्र.

दिल्ली स्वास्थ्य विभाग की रविवार की बुलेटिन में कहा गया है कि कुल 51 मौतें होने की जानकारी छह जून को सामने आयी। उसने कहा कि ये मौतें आठ मई से पांच जून के बीच हुईं।

अभी ऐसे मरीजों की संख्या 17125 हैं जिनका इलाज चल रहा है जबकि 10,999 लोगों को या तो ठीक होने के बाद छुट्टी दे दी गई है या वे बाहर चले गए हैं।

बेड केवल शहर के निवासियों के लिए आरक्षित करने के दिल्ली सरकार के निर्णय के बारे में पूछे जाने पर जैन ने कहा, ‘‘दिल्ली और मुंबई बड़े मेट्रो शहर हैं जो इस वायरस से काफी प्रभावित हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यहां काफी विदेशी आते हैं और यदि उड़ानों पर पहले ही रोक लगा दी गई होती तो संक्रमण इतना अधिक नहीं फैलता। पिछले कई दिनों से प्रतिदिन 1000 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं, स्थिति यह है कि दिल्ली के लोगों को अस्पतालों में अधिक जगह चाहिए।’’

जैन ने दावा किया कि मामले पड़ोसी शहरों में अधिक नहीं हैं।

निजी अस्पतालों को शुल्कों की अनुसूची के बारे में जारी आदेश और यह कि क्या शुल्क की अधितम सीमा तय करने के बारे में कोई योजना बनायी जा रही है, उन्होंने कहा, ‘‘हम पहले शुल्क की अनुसूची पर गौर करेंगे जो हमने अस्पतालों से मांगी है।’’

दिल्ली सरकार ने कोविड-19 रोगियों के उपचार के उद्देश्य से निर्धारित सभी निजी अस्पतालों को जारी एक आदेश में कहा है कि वे संक्रमितों के इलाज के शुल्क की अनुसूची दिल्ली स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय को मुहैया करायें और उसे अपने अस्पतालों में महत्वपूर्ण स्थलों पर भी प्रदर्शित करें।

निजी अस्पतालों में एक वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी तैनात करने के आदेश पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि ऐसी शिकायतें आ रही थीं कि लोगों को भर्ती करने से इनकार किया जा रहा है या बेड मुहैया नहीं कराये जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि ‘दिल्ली कोरोना ऐप’ पर 8,500 बेड में से करीब आधे खाली दिख रहे हैं। जब मामले बढ़ेंगे तो हमें 14 से 15 दिनों में करीब 15 हजार से 17 हजार बेड चाहिए।

उन्होंने दावा किया, ‘‘हो सकता है कि कुछ निजी अस्पतालों में बिस्तर उपलब्ध नहीं हों, लेकिन एलएनजेपी, जीटीबी और राजीव गांधी सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल जैसे हमारे अस्पतालों से बेड की कमी के बारे में कोई शिकायत नहीं आयी है।’’

आठ जून से दिल्ली के अंतर राज्यीय सीमाएं खोल दी गई हैं तथा मॉल, रेस्त्रां और धार्मिक स्थलों को कोविड-19 सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए खोलने की अनुमति दे दी गई है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)