अधिकारियों ने बताया कि ‘गारोआ फ्लोरेस्टा’ होटल की तीन मंजिला इमारत में तड़के आग लग गई जिससे कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य लोग घायल हो गए. इस होटल में एक कमरे के किफायती आवास की सुविधा दी जाती थी और बेघर लोगों को आश्रय देने के लिए इसका नगरपालिका के साथ अनुबंध था. रियो ग्रांडे डो सुल राज्य के दमकल विभाग के अनुसार, इस होटल के पास आवश्यक लाइसेंस नहीं था और पर्याप्त आपातकालीन अग्निशमन योजना नहीं थी.
इस घटना में बाल-बाल बचे 56 वर्षीय मार्सेलो वैगनर शेलेक ने दैनिक समाचार पत्र ‘जीरो होरा’ को बताया कि वह समय पर होटल से बाहर भागकर बच गए लेकिन तीसरी मंजिल पर रह रही उनकी बहन की आग की चपेट में आने से मौत हो गई. ‘गारोआ फ्लोरेस्टा’ होटल गारोआ समूह का हिस्सा है, जिसके पोर्टो एलेग्रे में 22 अन्य छोटे होटल हैं. इसके एक अन्य होटल में 2022 में आग लग गई थी जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और 11 अन्य लोग घायल हो गए थे. यह भी पढ़ें : Alejandra Marisa Rodríguez ने रचा इतिहास, 60 साल की उम्र में जीता ‘मिस यूनिवर्स ब्यूनस आयर्स’ का खिताब
पोर्टो एलेग्रे के मेयर सेबेस्टियाओ मेलो ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनके प्रशासन ने बेघर लोगों को आश्रय देने के लिए 2020 में कंपनी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे जिसके तहत उसके 400 कमरों का इस्तेमाल किया जाना था. मेलो ने कहा कि अब इस अनुबंध की समीक्षा की जाएगी और होटल की 22 इकाइयों का निरीक्षण किया जाएगा. पोर्टो एलेग्रे सिटी हॉल के पास जिस होटल में शुक्रवार को आग लगी, उसके साथ 16 कमरों के लिए अनुबंध किया गया था. स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि आग से बचाए गए 11 लोगों में से आठ अब भी अस्पताल में भर्ती हैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर है लेकिन उनकी जान को कोई खतरा नहीं है.