गुवाहाटी, 29 जनवरी असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा और मेघालय के उनके समकक्ष कोनराड संगमा ने शनिवार को दोनों राज्यों के बीच लंबित सीमा मुद्दों पर चर्चा के लिए यहां बंद कमरे में बैठक की।
यह बैठक होटल के एक कमरे में हुई और चर्चा के बाद इस बारे में मीडिया को कोई जानकारी नहीं दी गई।
राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दोनों मुख्यमंत्रियों ने दोनों राज्यों के बीच अंतर्राज्यीय सीमा विवाद पर चर्चा को आगे बढ़ाने के लिए मुलाकात की। उन्होंने तीन क्षेत्रीय समितियों की सिफारिशें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को 20 जनवरी को नई दिल्ली में चरणबद्ध तरीके से हल करने के लिए सौंपी थीं।
सरमा और संगमा के बीच दो दौर की बातचीत के बाद पहले चरण में अगस्त 2021 में दो राज्य सरकारों द्वारा गठित तीन समितियों द्वारा विवादों के 12 चिन्हित बिंदुओं में से छह पर समाधान के लिये बातचीत शुरू की गई थी।
समितियों द्वारा दी गई सिफारिशों के अनुसार, पहले चरण में निस्तारण के लिए रखे गए 36.79 वर्ग किमी के विवादित क्षेत्र में से, असम को 18.51 वर्ग किमी का पूर्ण नियंत्रण मिलेगा, जबकि मेघालय को 18.28 वर्ग किमी भूमि पर नियंत्रण प्राप्त होगा।
सरमा ने शाह को सिफारिशें सौंपने के बाद यहां संवाददाताओं से कहा था कि अब गेंद केंद्र के पाले में है कि वह विवादों को सुलझाने के लिए असम और मेघालय दोनों की ओर से भेजी गई सिफारिशों पर कोई अंतिम फैसला करे।
मेघालय राज्य को 1972 में असम से अलग कर बनाया गया था और इसने असम पुनर्गठन अधिनियम, 1971 को चुनौती दी थी, जिसके कारण दोनों राज्यों के बीच 884.9 किलोमीटर लंबी सीमा के 12 क्षेत्रों में विवाद हुआ था।
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