गुवाहाटी, पांच जुलाई असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शुक्रवार को डिब्रूगढ़ जिले के शहरी इलाकों समेत कई बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और तटबंधों में दरारों से हुए नुकसान का जायजा।
शर्मा ने बाढ़ से प्रभावित लोगों से भी बातचीत की और उन्हें राहत प्रयासों और चिकित्सा सुविधाओं के माध्यम से सहायता का आश्वासन दिया।
उन्होंने अपने दौरे की शुरुआत पिछले नौ दिनों से बिजली की गंभीर कमी से जूझ रहे डिब्रूगढ़ शहर में बाढ़ की स्थिति का आकलन करके किया।
मुख्यमंत्री ने शहर में बाढ़ग्रस्त एच एस रोड और महालया रोड पर बाढ़ प्रभावित लोगों से बातचीत की।
उन्होंने कहा कि नालियों के जाम होने के कारण शहर में बाढ़ की समस्या है और ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर होने के कारण पानी की निकासी में दिक्कतें आ रही हैं।
प्रभावित लोगों ने मुख्यमंत्री से बिजली आपूर्ति बहाल करने का आग्रह किया, जबकि उन्होंने बिजली से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए बिजली आपूर्ति बंद किए जाने की बात कही।
हालांकि मुख्यमंत्री ने जिला आयुक्त को सार्वजनिक घोषणा करके बिजली आपूर्ति बहाल करने का निर्देश दिया ताकि लोग सावधान रहें और इस अवधि के दौरान घर के अंदर रहें।
मुख्यमंत्री ने खोवांग में तटबंध टूटने का निरीक्षण किया और क्षेत्र में हुए नुकसान का आकलन किया।
उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि तटबंधों की मरम्मत के अलावा उन्हें मजबूत करने के लिए भी कदम उठाए जाएंगे।
विपक्षी कांग्रेस द्वारा तटबंधों के टूटने के आरोपों पर पलटवार करते हुए शर्मा ने कहा कि ये तटबंध उनके (कांग्रेस) शासन के दौरान बनाए गए थे।
उन्होंने कहा, 'अगर हम आंकड़े बताना शुरू करें तो 2004 में 350 से अधिक तटबंध टूटे थे। यह राजनीति करने का समय नहीं है।'
मुख्यमंत्री ने तेंगाखाट में एक राहत शिविर का भी दौरा किया और लोगों को आश्वासन दिया कि विस्थापित लोगों को हरसंभव मदद मुहैया कराई जाएगी।
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