कोल्हापुर, नौ जून महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक परिवार द्वारा 42 वर्षीय आशा कार्यकर्ता की पिटाई का मामला सामने आया है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि घटना रविवार को करवीर तहसील के खटंगाले में दवाओं के वितरण के दौरान हुई। इस दौरान एक कार्यकर्ता ने एक परिवार के सदस्यों को कोरोना वायरस से निपटने के लिये आयुष मंत्रालय द्वारा सुझाई गई होम्योपैथिक दवाई देने से इनकार कर दिया।
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उन्होंने कहा कि इस संबंध में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा वर्कर) गांवों में 50 साल से अधिक आयु के लोगों को दवाएं वितरित करने वाले समूह का भी हिस्सा हैं।
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करवीर पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा, ''परिवार के कुछ सदस्यों ने आशा कार्यकर्ता से पूछा कि वह उनके घरवालों को दवाएं क्यों नहीं दे रही हैं। इस पर कार्यकर्ता ने उन्हें समझाया कि उनके घर में किसी की भी उम्र 50 वर्ष से अधिक नहीं है, लिहाजा उन्हें दवाई नहीं दी जा सकती।''
अधिकारी ने बताया कि इससे गुस्साए परिवार के कुछ सदस्यों ने कथित रूप से महिला के साथ हाथापाई की और उसके काम में बाधा डालने लगे।
उन्होंने कहा कि चार आरोपियों वैशाली पाटिल, कृषनाथ पाटिल, एकनाथ पाटिल और पंडित पाटिल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, महामारी अधिनियम और आपदा प्रबंधन अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
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