नयी दिल्ली, 10 सितंबर भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख में पैंगोग सो इलाके के आसपास चीनी ठिकानों पर नजर रखने के लिहाज से कई महत्वपूर्ण चोटियों पर अपना दबदबा बढ़ा लिया है। वहीं, क्षेत्र में तनाव कम करने के लिए दोनों सेनाओं के ब्रिगेड कमांडरों और कमांडिग अधिकारियों ने अलग-अलग वार्ता की। सरकारी सूत्रों ने इस बारे में जानकारी दी ।
उन्होंने बताया कि फिंगर-चार के, चीनी कब्जे वाले स्थानों पर कड़ी नजर रखने के लिए पैंगोग सो के आसपास पर्वतों की चोटियों और सामरिक महत्व वाले स्थानों पर अतिरिक्त बलों को तैनात किया गया है ।
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पर्वत श्रृंखला को फिंगर के तौर पर वर्णित किया जाता है । सूत्रों ने बताया कि पैंगोग झील के उत्तरी किनारे पर फिंगर चार से आठ तक चीन की मौजूदगी है ।
अगस्त के अंत के बाद से भारतीय सेना ने झील के दक्षिणी किनारे पर रेजांग ला और राकिन ला में कई महत्वपूर्ण चोटियों पर दबदबा कायम कर लिया है ।
सूत्रों ने बताया कि दोनों सेनाओं ने चुशुल के सामान्य क्षेत्र में ब्रिगेड कमांडर स्तर के साथ ही कमांडिग अधिकारी के स्तर की अलग-अलग वार्ता की ।
एक सूत्र ने बताया, ‘‘बातचीत का मकसद तनाव कम करना था।’’
रेजांग ला के मुखपारी क्षेत्र में भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच सोमवार की शाम ताजा गतिरोध के बाद पूर्वी लद्दाख में तनाव बहुत ज्यादा बढ़ गया है ।
भारतीय सेना ने मंगलवार को कहा कि चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख में पिछली शाम को पैंगोग झील के दक्षिणी किनारे के पास भारतीय सैनिकों की तैनाती स्थल के नजदीक जाने का प्रयास किया और हवा में गोलियां चलायी। करीब 45 साल के बाद वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गोलियां चलीं।
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