नयी दिल्ली, सात नवंबर आर्सेलरमित्तल का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 69 प्रतिशत गिरकर 28.7 करोड़ डॉलर रहा है। लक्जमबर्ग की कंपनी ने बताया कि इस्पात की आपूर्ति घटने की वजह से उसका मुनाफा कम हुआ है।
आर्सेलरमित्तल जनवरी-दिसंबर के वित्त वर्ष का अनुसरण करती है।
पिछले साल समान तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 92.9 डॉलर रहा था।
कंपनी ने बयान में कहा कि उसका शुद्ध लाभ अप्रैल-जून तिमाही में 50.4 करोड़ डॉलर रहा था।
कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आदित्य मित्तल ने कहा कि वैश्विक स्तर पर इस्पात के लिए मध्यम से दीर्घावधि का परिदृश्य सकारात्मक है। ...और आर्सेलरमित्तल हितधारकों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपनी अद्वितीय भौगोलिक उपस्थिति और मजबूत अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) क्षमता का उपयोग करना जारी रखेगी।
उन्होंने कहा कि 2023 की तुलना में इस साल की दूसरी छमाही में मांग ज़्यादा रहने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि यूरोप में आयात का बढ़ता स्तर चिंता का विषय है और इससे निपटने के लिए मज़बूत कारोबारी उपाय करने की तत्काल आवश्यकता है।
सितंबर तिमाही के दौरान कंपनी का कच्चे इस्पात का उत्पादन घटकर 1.48 करोड़ टन रह गया, जो एक साल पहले जुलाई-सितंबर में 1.52 करोड़ टन था।
सितंबर तिमाही में कंपनी की बिक्री भी घटकर 15.1 अरब डॉलर रह गई, जो 2023 की समान तिमाही में 16.6 अरब डॉलर थी।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)