नयी दिल्ली/लक्जमबर्ग, आठ फरवरी इस्पात क्षेत्र की दिग्गज कंपनी आर्सेलरमित्तल को बीते साल की चौथी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर, 2023) में 296.6 करोड़ डॉलर का शुद्ध घाटा हुआ है। कंपनी ने इसके लिए इस्पात की कम कीमतों को कारण बताया है।
कंपनी जनवरी-दिसंबर के वित्त वर्ष का अनुपालन करती है।
लक्जमबर्ग की कंपनी ने पिछले साल की समान तिमाही में 26.1 करोड़ डॉलर का शुद्ध लाभ कमाया है। इस दौरान कंपनी का इस्पात उत्पादन मामूली बढ़कर 1.37 करोड़ टन रहा, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1.32 करोड़ टन था।
दिसंबर, 2023 की तिमाही के दौरान उसकी इस्पात की कुल आपूर्ति 1.33 करोड़ टन रही है, जो 2022 की समान तिमाही में 1.26 करोड़ टन थी।
कंपनी की बिक्री चौथी तिमाही घटकर 14.6 अरब डॉलर रही है, जो 2022 की चौथी तिमाही में 16.9 अरब डॉलर रही थी।
आर्सेलरमित्तल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आदित्य मित्तल ने कहा, “पूरे वर्ष के लिए हमारे परिणाम हाल के वर्षों में हमारे लागत आधार, परिसंपत्ति पोर्टफोलियो और बहीखातों में किए गए संरचनात्मक सुधारों के लाभ को दर्शाते हैं।”
पूरे वर्ष 2023 के लिए आर्सेलरमित्तल का शुद्ध लाभ कई गुना घटकर 91.9 करोड़ डॉलर रहा, जो 2022 में 930.2 करोड़ डॉलर था।
पिछले साल कंपनी का कच्चा इस्पात उत्पादन घटकर 5.81 करोड़ टन रह गया, जो 2022 में 5.9 करोड़ टन था।
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