देश की खबरें | अनुराग ठाकुर ने प्रथम ब्रिक्स फिल्म प्रौद्योगिकी संगोष्ठी का किया उद्घाटन

नयी दिल्ली, एक सितम्बर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को प्रथम ब्रिक्स फिल्म प्रौद्योगिकी संगोष्ठी का उद्घाटन किया।

ठाकुर ने एक आनलाइन संबोधन में कहा कि संगोष्ठी इस साल भारत में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए विशेष आयोजनों का एक हिस्सा है।

मंत्री ने कहा, ‘‘भारत में आयोजित होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए विशेष आयोजनों के हिस्से के रूप में पहली बार ब्रिक्स फिल्म प्रौद्योगिकी संगोष्ठी के आयोजन पर भारत को गर्व है।’’

मंत्री ने कहा, ‘‘भारत इस साल 13वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी की तैयारी कर रहा है। भारत की अध्यक्षता में, हमारा लक्ष्य ब्रिक्स के सहयोग को और गहरा करने, बनाए रखने और संस्थागत बनाना है।’’

उन्होंने कहा कि ब्रिक्स समूह के एक सदस्य के रूप में भारत सदस्य देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और इस संगोष्ठी का आयोजन उसी दिशा में एक कदम है।

ठाकुर ने कहा, ‘‘भारत आज एशिया में एक प्रमुख शक्ति है। ब्रिक्स समूह के सदस्य के रूप में, हम सदस्य देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाना चाहते हैं। ब्रिक्स संगोष्ठी का आयोजन सदस्यों देशों के लोगों को साथ लाने की दिशा में एक कदम है।’’

मंत्री ने यह भी कहा कि फिल्म, कला और संस्कृति के माध्यम से सहयोग के रास्ते खोले जा सकते हैं जो फिल्म व्यवसाय में विकास को समर्थन देने में मदद कर सकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘ब्रिक्स संगोष्ठी का मुख्य जोर फिल्म उद्योग के लिए काम कर रहे सेवा क्षेत्र और तकनीशियनों को स्वीकार करना है और मुझे यकीन है कि दो दिनों के अंत में यह संगोष्ठी सभी ब्रिक्स देशों के फिल्म प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में काम करने वाले पेशेवरों के लिए सिनेमा की दुनिया को एक नए नजरिये और परिप्रेक्ष्य के साथ अवसर उत्पन्न करेगी।’’

भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) के सहयोग से दो दिवसीय फिल्म प्रौद्योगिकी संगोष्ठी में ब्रिक्स देशों के 25 वक्ता हिस्सा लेंगे जो फिल्म प्रौद्योगिकी के विभिन्न क्षेत्रों पर चर्चा करेंगे। फिल्म प्रौद्योगिकी कंपनियों द्वारा एक आनलाइन प्रदर्शनी भी कार्यक्रम के दौरान आयोजित की जाएगी।

इस मौके पर सूचना एवं प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्रा ने कहा कि संगोष्ठी का इरादा साझेदारी बनाना और सदस्य देशों के बीच फिल्मों एवं फिल्म प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने वाली प्रौद्योगिकी कंपनियों और संगठनों के लिए एक मंच का निर्माण करना है।

उन्होंने कहा, ‘‘इस संगोष्ठी से जुड़कर भारत को गर्व हो रहा है। सिनेमा राष्ट्रीय सीमाओं को पार करके विश्व स्तर पर लाखों लोगों के जीवन को छूता है। यह ब्रिक्स संगोष्ठी दुनिया भर में लोगों की बहुसांस्कृतिक विविधता की सराहना करने के लिए एक आदर्श मंच है।’’

उन्होंने कहा कि वीएफएक्स, एनिमेशन, कंप्यूटर जनित इमेजरी और मीडिया आउटसोर्सिंग के क्षेत्र में ब्रिक्स देश दुनिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

चंद्रा ने कहा, ‘‘इस संदर्भ में संगोष्ठी में रणनीतियों पर चर्चा होगी और वैश्विक एनीमेशन क्षेत्र को समझा जाएगा।’’

उन्होंने कहा कि इस साल नवंबर में गोवा में भारत के 52वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के साथ आयोजित होने वाले ब्रिक्स फिल्म महोत्सव की पृष्ठभूमि में संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है, जो बेहतरीन सिनेमा पर संवाद और उसे साझा करने का एक अवसर होगा।

चंद्रा ने कहा, ‘‘महामारी के बाद की दुनिया में फिल्म और प्रौद्योगिकी स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से दुनिया को अनोखे तरीके से एकसाथ लायी है। इसने हमें बाधा रहित दुनिया में प्रवेश कराया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ब्रिक्स देशों का नये जमाने का सिनेमा अपने सामाजिक रूप से प्रासंगिक विषयों के साथ व्यापक दर्शकों तक पहुंच बनाता है। हम इस साल गोवा में होने वाले ब्रिक्स फिल्म महोत्सव में आपसे मिलने की उम्मीद करते हैं।’’

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