राजस्थान: मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा के बीच सचिन पायलट खेमे के एक और विधायक ने बदला स्वर, सीएम अशोक गहलोत की प्रशंसा की

राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा के बीच सरदारशहर से वरिष्ठ कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा ने मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सराहना करते हुए उनके नेतृत्व में आस्था जताई और कहा कि राज्य में सियासत की 'दूसरी लहर' धीरे- धीरे ठंडी पड़ जाएगीइसके साथ ही उन्होंने कहा कि गहलोत मुख्यमंत्री होने के नाते वरिष्ठ नेता हैं और पायलट सहित सभी को उनको नेता मानना पड़ेगा

प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI)

जयपुर: राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा के बीच सरदारशहर से वरिष्ठ कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा ने मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सराहना करते हुए उनके नेतृत्व में आस्था जताई और कहा कि राज्य में सियासत की 'दूसरी लहर' धीरे- धीरे ठंडी पड़ जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गहलोत मुख्यमंत्री होने के नाते वरिष्ठ नेता हैं और पायलट सहित सभी को उनको नेता मानना पड़ेगा. उल्लेखनीय है कि लगभग एक साल पहले गहलोत के नेतृत्व के खिलाफ बगावती रुख अपनाने वाले 19 विधायकों में शर्मा भी थे. शर्मा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘सचिन पायलट को नेता मानता हूं, अशोक गहलोत जी उनके ऊपर हैं। मुख्यमंत्री हैं तो उनको नेता मानना ही पड़ेगा.

सचिन जी को भी उनको नेता मानना पड़ेगा. शर्मा का यह बयान ऐसे समय में आया है जबकि राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार व राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर सरगर्मी है. राज्य में सियासत की 'दूसरी लहर' से नुकसान के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘यह दूसरी लहर धीरे- धीरे ठंडी पड़ जाएगी।’’ कुछ विधायकों के मंत्री बनने की इच्छा पर उन्होंने कहा, ‘‘इनकी तो मंत्री बनने की इच्छा है, मेरी तो मुख्यमंत्री बनने की इच्छा थी लेकिन कई बार इच्छाओं का दमन करना पड़ता है. यह भी पढ़े: Rajasthan Political Crisis: राजस्थान में एक बार फिर सियासी संग्राम तेज, BTP के दो विधायकों ने अशोक गहलोत सरकार से लिया समर्थन वापस

उल्लेखनीय है कि इससे पहले पायलट खेमे के विधायक इंद्राज गुर्जर औ पी आर मीणा भी विकास कार्यों के लिए मुख्यमंत्री गहलोत की प्रशंसा कर चुके हैं. मुख्यमंत्री गहलोत की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना के जो हालात हैं मुख्यमंत्री ने अच्छे से नियंत्रण किया। मेरी समझ में कोरोना का मुकाबला करने में राजस्थान नंबर वन है। सभी के लिए नि:शुल्क टीकाकरण की घोषणा करवाने के लिए भी मुख्यमंत्री ने संघर्ष किया व इसका श्रेय उनको जाता है.

उन्होंने कहा कि ऐसे हालात में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को किसी सत्ता संघर्ष में न पड़कर एकजुट होकर भाजपा का मुकाबला करना चाहिए ताकि राज्य में फिर कांग्रेस आए. पायलट के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘पायलट का मैं सम्मान करता हूं। वह युवा नेता हैं और उन्होंने कभी यह नहीं कहा कि मुझे यह बनाओ, वह बनाओ। उन्होंने अपने साथ के लोगों की जरूर पैरवी की। मेरी समझ में कुछ छोटे लोग बड़े पदों पर आ गए जिससे पार्टी को नुकसान होने जा रहा है. हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया.

उन्होंने कहा कि उनकी पायलट व गहलोत सहित कांग्रेस कार्यकर्ताओं से बात हो रही है. इसके साथ ही शर्मा ने विधायकों के फोन टैप होने की कथित अटकलों को खारिज कर दिया. उल्लेखनीय हे कि पिछले साल राजनीति उठापटक के दौरान कथित आडियो टेप में नाम आने के बाद कांग्रेस ने शर्मा को कुछ दिन के लिए पार्टी से निलंबित भी किया था. उन्होंने कहा कि कमेटियां व जांच आयोग तो मामले को ठंडे बस्ते में डालने के लिए बनाए जाते हैं. फिलहाल कुछ होने वाला नहीं है.

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