Anil Deshmukh Corruption Case: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के एक मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्तों-संजय पांडेय और परमबीर सिंह से पूछताछ की है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी. यह मामला देशमुख पर 100 करोड़ रुपये की वसूली के लिए कहे जाने के आरोपों से जुड़ा है. तीस जून को सेवानिवृत्त हुए पांडेय सीबीआई द्वारा दर्ज की गईं दो प्राथमिकियों का सामना कर रहे हैं। ये प्राथमिकी उनके द्वारा स्थापित कंपनी आईसेक सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के कर्मचारियों के फोन अवैध रूप से टैप किए जाने और एनएसई का सिस्टम ऑडिट करने में सेबी के दिशानिर्देशों का उल्लंघन किए जाने से जुड़ी हैं.
अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी ने उन्हें महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों के सिलसिले में पूछताछ के लिए बुलाया था, जो कथित तौर पर मुंबई में बार और रेस्तराओं से हर महीने 100 करोड़ रुपये की मांग करने के मामले में न्यायिक हिरासत में हैं. एजेंसी ने देशमुख और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की आपराधिक साजिश से संबंधित धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है. यह भी पढ़े: अनिल देशमुख को CBI कस्टडी से नहीं मिली राहत, बंबई उच्च न्यायालय ने याचिका पर सुनवाई से किया इनकार
अधिकारियों ने कहा कि मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से हटाए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे अपने पत्र में सिंह ने आरोप लगाया था कि देशमुख ने मुंबई के पुलिस अधिकारी सचिन वाजे से मुंबई के बार और रेस्तराओं से हर महीने 100 करोड़ रुपये से अधिक की उगाही करने को कहा था. उन्होंने कहा कि मामले में वाजे को भी गिरफ्तार किया गया जिसे सरकारी गवाह बनने के बाद अदालत ने माफी दे दी है.
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