वाशिंगटन, 14 जनवरी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को कहा कि अमेरिका वैश्विक प्रतिस्पर्धा में ‘परचम’ लहरा रहा है, जबकि उसके प्रतिद्वंद्वी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।
फॉगी बॉटम स्थित अमेरिकी विदेश विभाग के मुख्यालय में विदेश नीति पर बाइडन ने राष्ट्रपति रहते हुए अपना अंतिम भाषण दिया जिसमें उन्होंने अपने प्रशासन की उपलब्धियों और पिछले चार वर्षों में दुनिया में आए बदलावों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा, ‘‘एक नया दौर शुरू हो गया है। इन चार वर्षों में कई संकट आए जिनका हमने डटकर सामना किया। मेरे विचार में, हम इस संकट से पहले से कहीं अधिक मजबूती के साथ उभरे हैं। वैश्विक अर्थव्यवस्था, प्रौद्योगिकी, मानवीय मूल्यों का भविष्य और बाकी बहुत कुछ..., यह एक तेजी से बढ़ती प्रतिस्पर्धा है (जो चल रही है)। मैं हमारे प्रशासन का आभार व्यक्त करता हूं कि अमेरिका वैश्विक प्रतिस्पर्धा में परचम लहरा रहा है।’’
विदेश की खबरें | अमेरिका वैश्विक प्रतिस्पर्धा में परचम लहरा रहा : बाइडन
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on world at LatestLY हिन्दी. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को कहा कि अमेरिका वैश्विक प्रतिस्पर्धा में ‘परचम’ लहरा रहा है, जबकि उसके प्रतिद्वंद्वी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।
वाशिंगटन, 14 जनवरी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को कहा कि अमेरिका वैश्विक प्रतिस्पर्धा में ‘परचम’ लहरा रहा है, जबकि उसके प्रतिद्वंद्वी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।
फॉगी बॉटम स्थित अमेरिकी विदेश विभाग के मुख्यालय में विदेश नीति पर बाइडन ने राष्ट्रपति रहते हुए अपना अंतिम भाषण दिया जिसमें उन्होंने अपने प्रशासन की उपलब्धियों और पिछले चार वर्षों में दुनिया में आए बदलावों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा, ‘‘एक नया दौर शुरू हो गया है। इन चार वर्षों में कई संकट आए जिनका हमने डटकर सामना किया। मेरे विचार में, हम इस संकट से पहले से कहीं अधिक मजबूती के साथ उभरे हैं। वैश्विक अर्थव्यवस्था, प्रौद्योगिकी, मानवीय मूल्यों का भविष्य और बाकी बहुत कुछ..., यह एक तेजी से बढ़ती प्रतिस्पर्धा है (जो चल रही है)। मैं हमारे प्रशासन का आभार व्यक्त करता हूं कि अमेरिका वैश्विक प्रतिस्पर्धा में परचम लहरा रहा है।’’
बाइडन ने कहा कि अमेरिका अधिक मजबूत हुआ है, उसके साझेदारों से संबंध भी मजबूत हुए हैं जबकि उसके प्रतिद्वंद्वियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने इसके लिए कोई युद्ध नहीं किया। राष्ट्रपति रहने के दौरान, मैंने हर तरह से अमेरिका की ताकत को बढ़ाया है। हमने अपनी कूटनीतिक ताकत को बढ़ाया और देश के इतिहास में अमेरिका ने अब तक के सबसे अधिक साझेदार बनाए हैं।’’
बाइडन ने कहा कि उनके और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के पदभार संभालने के बाद से अमेरिका ने ‘‘देश तथा दुनिया में अपनी स्थिति को और मजबूत किया है’’।
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