देश की खबरें | दलित बच्ची से कथित बलात्कार का मामला: हर तबके के लोगों ने पीड़ित परिवार के लिए इंसाफ की मांग की

नयी दिल्ली, तीन अगस्त राष्ट्रीय राजधानी में नौ वर्षीय दलित बच्ची के साथ कथित बलात्कार और हत्या के बाद उसके परिवार के लिए न्याय की मांग को लेकर एक राजनीतिक नेता, पूर्व शीर्ष पुलिस अधिकारी और पेशेवर पहलवान सहित विभिन्न क्षेत्रों के लोग मंगलवार को विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।

इसके साथ ही, दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने घटना की जांच शुरू करते हुए पुलिस अधिकारियों को तलब किया है।

पीड़िता के माता-पिता का आरोप है कि उनकी बच्ची के साथ बलात्कार किया गया और एक पुजारी ने यह झूठ बोलकर उसका जबरन अंतिम संस्कार करा दिया कि उसकी मौत बिजली का करंट लगने से हुई है।

बच्ची के माता-पिता ने अन्य लोगों के साथ मिलकर मंगलवार को पुराना नांगल क्षेत्र में घटनास्थल पर धरना दिया और दोषियों को मृत्युदंड दिए जाने की मांग की।

धरना-प्रदर्शन में भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद भी शामिल हुए।

आजाद ने कहा, ‘‘मामले की उचित तरीके से जांच होनी चाहिए। यह झूठ था कि लड़की की मौत करंट लगने से हुई थी। उन्होंने परिवार की मौजूदगी के बिना उसका अंतिम संस्कार कर दिया। हमने सुना है कि लड़की के माता-पिता पर भी उसी के मुताबिक बयान देने का दबाव डाला गया।’’

हिमाचल प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक पृथ्वीराज भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए और कहा कि पीड़ित परिवार को समय पर न्याय मिलना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं एक हत्या और बलात्कार की शिकार बच्ची को न्याय दिलाने आया हूं। न्याय दिया जाना चाहिए। इसमें कोई देरी नहीं होनी चाहिए। अगर इसमें देरी हुई तो स्थिति और खराब होगी तथा लोग सड़कों पर उतर आएंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘लोग हाथरस की घटना को नहीं भूले हैं और अब यह हो गया है। और यह संदेश जा रहा है कि शक्तिशाली लोग कुछ भी कर सकते हैं।’’

पहलवान और राष्ट्रीय हैवीवेट चैंपियन प्रिंस आदवंशी ने कहा कि वह अन्य पहलवानों के साथ लड़की के परिवार को उनकी लड़ाई में समर्थन देने के लिए विरोध स्थल पर आए हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘“मैं सोमवार को यहां 10 पहलवानों के साथ आया और लगभग 11.30 बजे वापस चला गया। आज सुबह मैं 90 पहलवानों के साथ यहां पहुंचा। हम उनकी लड़ाई में परिवार का साथ देने आए हैं ताकि उन्हें न्याय मिले। दोषियों को फांसी दी जानी चाहिए।’’

पुलिस ने सोमवार को कहा था कि बच्ची की मां के बयान के आधार पर प्राथमिकी में बलात्कार की धारा जोड़ दी गई है और पुजारी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस ने बताया था कि बच्ची अपने माता-पिता के साथ गांव में श्मशान घाट के सामने किराए के घर में रहती थी। रविवार शाम साढ़े पांच बजे वह अपनी मां को सूचित कर श्मशान घाट में लगे पानी के कूलर से ठंडा पानी लेने गई थी।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शाम छह बजे श्मशान घाट के पुजारी राधेश्याम और बच्ची की मां को जानने वाले दो-तीन अन्य लोगों ने उसे वहां बुलाया और बेटी का शव दिखाकर दावा किया कि कूलर से पानी लेने के दौरान करंट लगने से उसकी मौत हो गई। उसकी बाईं कलाई और कोहनी के बीच जलने के निशान थे और उसके होंठ भी नीले पड़ गए थे।

अधिकारी ने बताया कि पुजारी और अन्य लोगों ने उसकी मां को पुलिस को सूचना देने से मना करते हुए कहा कि पुलिस मामला बना देगी और पोस्टमार्टम के दौरान चिकित्सक बच्ची के अंगों को चुरा लेंगे, इसलिए उसका अंतिम संस्कार करना बेहतर है।

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