लखनऊ, 30 जनवरी समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को आरोप लगाया कि भाजपा पिछड़ों और दलितों की विरोधी है तथा जातिगत जनगणना नही कराना चाहती है और इससे डरती है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने सोमवार को एक बयान में कहा, ''भारतीय जनता पार्टी पिछड़ों और दलितों की विरोधी है। भाजपा सरकार जातिगत जनगणना नहीं कराना चाहती है। इस सरकार को जातिगत जनगणना से डर लगता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा पिछड़ा वर्ग, दलित वर्ग व शोषित वर्ग को हक और सम्मान नहीं देना चाहती है। जातीय जनगणना का मामला हम सदन में उठाएंगे।''
उन्होंने कहा, ‘‘देश में आज जनता महंगाई से त्रस्त है। डीजल, पेट्रोल और गैस के दाम पहले से ही आसमान छू रहे हैं। अब गेहूं आटा और इससे बने उत्पादों की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हो गई है। भाजपा सरकार महंगाई रोकने में विफल साबित हुई है।’’
सपा नेता ने कहा, ‘‘भाजपा महंगाई और बेरोजगारी पर बात नहीं करती है। बेलगाम मंहगाई से लोगों का बजट बिगड़ गया है। आटा-तेल, चावल, सब्जी सब कुछ महंगा हो गया है। गरीब और मध्यम वर्ग के लिए जीवनयापन करना मुश्किल हो गया है।’’
यादव ने कहा, ‘‘भाजपा सरकार की नीतियां पूंजीपतियों और अमीरों का हित साधने की है। गरीब और मध्यम वर्ग भाजपा के एजेण्डे में नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘गलत आर्थिक नीतियों के चलते आज देश की कई आर्थिक संस्थाएं संकट में पड़ गई हैं। भाजपा सरकार ने अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया। शेयर मार्केट लगातार गिर रहा है। भाजपा जनता को उलझाने के लिए नये-नये हथकंडे अपनाती रहती है।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में अन्याय बहुत बढ़ गया है और सच्चाई दिखाने वालों पर भी झूठे मुकदमें दर्ज हो रहे हैं, और इस सरकार से न्याय की कोई उम्मीद नहीं कर सकता है।
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