Maharashtra: अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा ने राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार ने राज्यसभा चुनाव के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के उम्मीदवार के रूप में बृहस्पतिवार को नामांकन पत्र दाखिल किए.

ajit pawar

मुंबई, 13 जून : महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार (Ajit Pawar) की पत्नी सुनेत्रा पवार ने राज्यसभा चुनाव के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के उम्मीदवार के रूप में बृहस्पतिवार को नामांकन पत्र दाखिल किए. पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्य के मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि हालांकि वह चुनाव लड़ने के इच्छुक थे, लेकिन वह सुनेत्रा पवार के नामांकन से नाराज नहीं हैं. उन्होंने इस कदम को सामूहिक निर्णय बताया.

हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में सुनेत्रा पवार को बारामती निर्वाचन क्षेत्र से हार का सामना करना पड़ा था. पवार को उनकी ननद सुप्रिया सुले ने पराजित किया था. पवार को पराजित कर सुले ने इस संसदीय क्षेत्र से लगातार चौथी जीत दर्ज की. राकांपा के वरिष्ठ नेता और राज्य सरकार में मंत्री छगन भुजबल ने कहा, ‘‘राकांपा ने राज्यसभा चुनाव के लिए सुनेत्रा पवार को मैदान में उतारने का फैसला किया है. यहां तक कि मैं भी चुनाव लड़ने को इच्छुक था, लेकिन बुधवार शाम एक बैठक के दौरान पार्टी नेताओं ने उनका नाम तय कर दिया.’’ यह भी पढ़ें : राज ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा

राज्यसभा सचिवालय ने पिछले दिनों संसद के ऊपरी सदन में 10 रिक्तियों को अधिसूचित किया था. असम, बिहार और महाराष्ट्र से दो-दो और हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान और त्रिपुरा से राज्यसभा की एक-एक सीट खाली है. यह पूछे जाने पर कि क्या वह राज्यसभा चुनाव में नहीं उतारे जाने से निराश हैं, भुजबल ने कहा कि अजित पवार ने सुनेत्रा के नामांकन का फैसला नहीं लिया.

उन्होंने कहा, “सुनेत्रा पवार को उम्मीदवार बनाने का फैसला पार्टी के कोर ग्रुप ने लिया. उन्होंने (अजित पवार) अकेले फैसला नहीं लिया. यह सामूहिक निर्णय है.” महाराष्ट्र से पीयूष गोयल और उदयनराजे भोंसले समेत कुछ सदस्यों के लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद राज्यसभा की सीट खाली हुई हैं.

यह पूछे जाने पर कि क्या वह राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार न बनाए जाने से निराश हैं, भुजबल ने कहा, "क्या आप इसे मेरे चेहरे पर देख सकते हैं? मैंने सामूहिक निर्णय का सम्मान करना सीखा है और पिछले 57 सालों से ऐसा करता आ रहा हूं. चाहे शिवसेना हो या राकांपा, निर्णय लोगों से चर्चा के बाद लिए जाते हैं न कि किसी एक व्यक्ति की इच्छा के अनुसार." इससे पहले भुजबल नासिक सीट से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन राकांपा की गठबंधन सहयोगी एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया. इस सीट पर उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) ने जीत हासिल की है.

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