नयी दिल्ली, 18 अप्रैल अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) खेल मंत्रालय के निर्देश पर आजीवन अध्यक्ष, आजीवन उपाध्यक्ष और आजीवन सलाहकार जैसे मानद पदों को खत्म करने पर सहमत हो गया है।
खेल मंत्रालय ने इन पदों को राष्ट्रीय खेल संहिता का उल्लंघन करार दिया था।
इस फैसले का मतबल यह हुआ कि वरिष्ठ खेल प्रशासक अनिल खन्ना के अलावा एस एम कृष्णा और यशवंत सिन्हा जैसे पूर्व केन्द्रीय मंत्री अब महासंघ के साथ आजीवन जुड़े नहीं रह सकते।
मंत्रालय के इस फैसले से डेविस कप के पूर्व कप्तान जयदीप मुखर्जी और नरेश कुमार सहित आठ लोग प्रभावित हुए हैं जो उपाध्यक्ष के पद पर थे। इस सूची में डी वी भाटिया, घनश्याम पटेल, नरेंद्र कुमार, नटवर सिंह, बॉलीवुड अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा और यूसुफ हामिद का नाम भी शामिल है।
मंत्रालय ने इस संबंध में 16 मार्च को एआईटीए को पत्र भेज कर कहा था कि ऐसे पदों का सृजन भारतीय खेल विकास संहिता 2011 का उल्लंघन है।
एआईटीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अखौरी बिस्वदीप ने पीटीआई को बताया कि उन्होंने खेल मंत्रालय के निर्देश को लागू करने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘ एआईटीए ने हमेशा खेल मंत्रालय के मार्गदर्शन और समर्थन के साथ काम किया है। हमने मंत्रालय के निर्देश पर आजीवन अध्यक्ष, आजीवन उपाध्यक्ष और आजीवन सलाहकार जैसे पदों को हटाने का फैसला किया है।’’
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