नयी दिल्ली, 25 सितंबर राष्ट्रीय राजधानी में तीन महीने और 19 दिनों के बाद बुधवार को लोगों ने वायु गुणवत्ता में गिरावट महसूस किया। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 235 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी के अंतर्गत आता है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पांच जून को एक्यूआई के 248 तक पहुंच जाने के बाद यह पहली बार है जब राजधानी में वायु गुणवत्ता ‘खराब’श्रेणी में दर्ज की गई।
दिल्ली में वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए निर्णय सहायता प्रणाली के अनुसार, वर्तमान में शहर के वायु प्रदूषण में मुख्य रूप से परिवहन क्षेत्र जिम्मेदार है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, मंगलवार को शाम चार बजे तक एक्यूआई 197 के साथ ‘‘मध्यम’’ श्रेणी में दर्ज किया गया था।
उस दिन पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शीतकालीन कार्य योजना का अनावरण किया, जिसमें राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण से निपटने के उद्देश्य से 21 केंद्रित पहल शामिल हैं।
योजना के प्रमुख घटकों में धूल-रोधी अभियान, सड़कों की सफाई में वृद्धि, जल छिड़काव, प्रदूषण न्यूनीकरण में उत्कृष्टता के लिए पुरस्कार तथा जागरूकता अभियान के साथ पराली जलाने पर रोक लगाने के उपाय शामिल हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतम तापमान 37.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से तीन डिग्री अधिक है।
न्यूनतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 2.9 डिग्री अधिक है, जबकि शाम साढ़े पांच बजे आर्द्रता 60 प्रतिशत रही।
मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहने तथा हल्की बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है।
अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 34 डिग्री सेल्सियस और 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
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