नयी दिल्ली, 19 अक्टूबर : हाथ पर बने एक टैटू, एक पुलिसकर्मी के पास से चोरी हुये वायरलेस सेट तथा सीसीटीवी फुटेज ने दिल्ली पुलिस को आईटी पेशेवर जिगिशा घोष की हत्या के मामले को सुलझाने में मदद की और आखिरकार इन्हीं कड़ियों को जोड़ते हुए पुलिस टीवी पत्रकार सौम्या विश्वनाथन (Soumya Vishwanathan) के हत्यारों तक पहुंची. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
घोष की 2009 में हत्या कर दी गई थी. हत्या के आरोप में गिरफ्तार किये गये रवि कपूर, अमित शुक्ला और बलजीत मलिक ने बाद में 2008 में विश्वनाथन को जान से मारने की वारदात में शामिल होने की बात भी कबूल कर ली. यह भी पढ़ें : IIT- Kharagpur: आईआईटी-खड़गपुर के छात्र का कमरे में लटका हुआ मिला शव, पुलिस की जांच जारी
दिल्ली की एक अदालत ने बुधवार को विश्वनाथन की हत्या के मामले में एक संगठित अपराध गिरोह के चार लोगों कपूर, शुक्ला, मलिक और अजय कुमार को हत्या और अन्य अपराधों के लिए दोषी ठहराया.