देश की खबरें | सीमा पर हालात सामान्य बनाने के लिये असम और मिजोरम के ग्रामीणों की बैठक

सिलचर (असम), 26 अगस्त असम और मिजोरम के दरम्यान जटिल सीमा विवाद के समाधान की कोशिशों के बीच दोनों राज्यों के आम लोग स्थिति को सामान्य बनाने के लिए आगे आए हैं।

मिजोरम के वैरेंगटे ग्राम परिषद की एक टीम ने आम लोगों साथ चर्चा करने के लिए कछार के लैलापुर का दौरा किया। वैरेंगटे मिजोरम के कोलासिब जिले का एक सीमावर्ती गांव है।

अधिकारियों ने कहा कि ग्राम परिषद असम की ग्राम पंचायत से बात कर रही है। दोनों पक्षों के स्थानीय ग्राम निकाय बातचीत में लगे हुए हैं।

वैरेंगटे संयुक्त ग्राम परिषद के नेता लालफंगकिमा ने बताया कि मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा को सूचित करते हुए वैरेंगटे टीम ने यह कदम उठाया है।

केन्द्रीय गृह मंत्रालय के शांति प्रयासों के बावजूद ठीक एक महीने पहले 26 जुलाई को दोनों राज्यों के पुलिस बलों के बीच घातक गोलीबारी हुई थी। इसके बाद ट्रक चालकों ने एक ओर से दूसरी ओर जाने से इनकार कर दिया था, जिसके चलते कई सामानों की किल्लत हो गई थी। गोलीबारी में असम पुलिस के कम से कम छह कर्मियों की मौत हो गई थी।

बैठक में निर्णय लिया गया कि दोनों पक्षों के लोग व्यापार के सिलसिले में राज्य की सीमा के दूसरी ओर के गांवों में जा सकेंगे या बिना किसी बाधा के मित्रों और रिश्तेदारों से मिल सकेंगे।

लालफंगकिमा ने कहा, ''अगर कोई किसी व्यवसाय या किसी अन्य वास्तविक जरूरत के लिए मिजोरम में प्रवेश करना चाहता है, तो वह जा सकता है। उसकी पूरी जिम्मेदारी मिजो ग्रामीण उठाएं। हालांकि, आगंतुक को दिन के भीतर लौटना होगा।''

मिजोरम में प्रवेश करने के लिए, एक इनर-लाइन-परमिट (आईएलपी) की आवश्यकता होती है। ग्राम परिषद को बिना आईएलपी के केवल एक दिन के लिए प्रवेश देने की अनुमति है।

दोनों ग्राम दलों ने नियमित आधार पर आवाजाही की निगरानी के लिए एक समिति का गठन किया है और समन्वय की सुविधा के लिए अपने व्यक्तिगत फोन नंबरों का आदान-प्रदान किया है।

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