लाहौर, 27 फरवरी : पाकिस्तान की राजधानी लाहौर में गुस्साई भीड़ ने 17 वर्षीय एक लड़की पर हमला कर दिया जिसे पुलिस की एक महिला अधिकारी ने बचाया. लोगों ने लड़की की पोशाक पर छपे अरबी शब्दों को गलती से कुरान की आयतें समझकर उसपर ईशनिंदा का आरोप लगाया था. पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि लाहौर के कपड़ा बाजार (इछरा बाजार) में रविवार दोपहर भीड़ ने उस लड़की को घेर लिया जिसकी पोशाक पर अरबी में कुछ लिखा हुआ था.
लाहौर में पुलिस की सहायक अधीक्षक (एएसपी) शेहर बानो ने कहा कि जब लड़की ने एक दुकान में प्रवेश किया तो एक ग्राहक ने उसकी पोशाक पर आपत्ति जताई और दावा किया कि उस पर कुरान की आयतें लिखी हुई हैं. उन्होंने कहा, ''वहां और भी लोग इकट्ठा होने लगे और दुकानदार से लड़की को उन्हें सौंपने की मांग करने लगे. दुकानदार ने आरोपी भीड़ को यह कहते हुए लड़की को दुकान में आश्रय दिया कि पोशाक पर अरबी में कुछ छपा हुआ है और उसने इस्लाम धर्म तथा कुरान की पवित्र आयतों का अपमान नहीं किया है.'' यह भी पढ़ें : अलबामा अटॉर्नी जनरल के कार्यालय के बाहर विस्फोटक उपकरण से धमाका किया गया
एक अन्य दुकानदार ने इस बीच पुलिस को सूचना दी जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची. बानो के नेतृत्व में पुलिस वहां पहुंची और भीड़ को समझाने की कोशिश की कि लड़की ने ईशनिंदा नहीं की है. पाकिस्तान में अतीत में हुई कई घटनाओं में ईशनिंदा के आरोप के कारण लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है.