इंदौर (मप्र), 15 अप्रैल मध्यप्रदेश में लोकायुक्त पुलिस ने इंदौर के जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में जनजातीय कार्य विभाग की एक लिपिक को सोमवार को 50,000 रुपये की कथित घूस लेते रंगे हाथों पकड़ लिया। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) प्रवीण सिंह बघेल ने बताया कि जनजातीय कार्य विभाग की लिपिक उमा मर्सकोले को जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में विक्रम सिंह गहलोत से कथित घूस के रूप में 50,000 रुपये लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।
उन्होंने बताया कि गहलोत ने अपनी इमारत जनजातीय कार्य विभाग को कन्या छात्रावास चलाने के लिए 2015 से 2023 तक किराये पर दी थी और वे किराये के लगभग 11 लाख रुपये के बकाया की वसूली के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे थे।
बघेल ने बताया कि मर्सकोले और जनजातीय कार्य विभाग के क्षेत्रीय संयोजक विजय कुमार जायसवाल बकाया भुगतान के लिए गहलोत से घूस मांग रहे थे।
उन्होंने बताया कि दोनों सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
डीएसपी ने बताया कि दोनों आरोपियों को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है।
उन्होंने बताया कि आरोपियों को दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) के संबद्ध प्रावधानों के तहत नोटिस दिया गया है कि वे लोकायुक्त पुलिस की जांच में सहयोग करें और आरोप पत्र पेश किए जाने के वक्त अदालत में मौजूद रहें।
हर्ष
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