देश की खबरें | उप्र में कोरोना वायरस संक्रमण के 572 नये मामले सामने आये

लखनऊ, तीन जनवरी उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 572 नये मामले सामने आये हैं।

अपर मुख्‍य सचिव (स्‍वास्‍थ्‍य) अमित मोहन प्रसाद ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 572 नये मामले सामने आए और इसी अवधि में 34 लोग स्वस्थ हो गये हैं। उन्होंने बताया कि इस समय राज्य में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 2,261 है और इनमें करीब 2100 लोग घरों में पृथक-वास में अपना उपचार करा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में संक्रमण से किसी की भी मौत नहीं हुई है और अस्पताल में जाने वाले मरीजों की संख्या भी कम है। उन्होंने बताया कि अब तक राज्य में 16,87,930 व्यक्ति उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं। राज्‍य में अब तक कुल 17,13,107 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बयान के अनुसार पिछले 24 घंटे में गाजियाबाद में सर्वाधिक 130, गौतमबुद्धनगर में 101, लखनऊ में 86, मेरठ में 49 और आगरा में 33 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं जबकि एक जनवरी को गाजियाबाद में कोरोना संक्रमितों की संख्या 85, गौतमबुद्धनगर में 61, लखनऊ में 58, मेरठ में 48 और आगरा में उपचाराधीन मरीजों की संख्या छह थी। सोमवार को जहां राज्य में 2,261 उपचाराधीन मरीज हैं वहीं एक जनवरी को उपचाराधीन मरीजों की संख्या सिर्फ 1,211 थी।

प्रसाद के अनुसार कोरोना संक्रमण दर में निरंतर वृद्धि हो रही है और रविवार को संक्रमण दर 0.4 प्रतिशत रही जो पिछले 15-20 दिनों में काफी तेजी से बढ़ी है। उन्होंने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या दो हजार से अधिक हो गई है। हालांकि उन्होंने इस बात पर संतोष जताया कि अभी अस्पतालों में मरीजों के भर्ती होने की संख्या न्यूनतम है और घर पर ही उपचार से लोग ठीक हो रहे हैं।

अपर मुख्‍य सचिव ने बताया कि रविवार को राज्‍य में 1.47 लाख से अधिक कोरोना नमूनों की जांच की गई और अब तक 9.34 करोड़ से ज्यादा नमूनों की जांच की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस की संख्या में वृद्धि के अनुपात में तेजी से बचाव और उपचार की तैयारी की गई है। राज्य में 20 करोड़ 36 लाख से अधिक कोविड टीका की खुराक दी जा चुकी है जिसमें 12 करोड़ 90 लाख लोगों ने टीके की पहली खुराक प्राप्त कर ली है।

यहां जारी एक सरकारी बयान के अनुसार मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने सोमवार को कहा कि कोविड स्वरूप की सटीक पहचान के लिए प्रदेश में कई संस्थानों में जीनोम अनुक्रमण कराया जा रहा है, किंतु बदलती परिस्थितियों के दृष्टिगत यह जरूरी है कि जीनोम अनुक्रमण के साधनों में बढ़ोतरी की जाए।

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