झारखंड में 2019 से 2022 के बीच पिछले तीन वर्षों में सुरक्षा बलों की कार्रवाई में कुल 51 नक्सली मारे जा चुके हैं जबकि कई शीर्ष कमांडरों समेत 1526 नक्सलियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस महानिदेशक ने इसकी जानकारी दी. देश की स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर यहां पुलिस मुख्यालय में झंडोत्तोलन के बाद अपने संबोधन में राज्य के पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा ने बताया कि सुरक्षा बलों की कार्रवाई में पिछले तीन वर्षों में कुल 51 नक्सली विभिन्न मुठभेड़ों में मारे गये हैं.
सिन्हा ने कहा कि गिरफ्तार नक्सलियों में एक पोलित ब्यूरो सदस्य, एक सेण्ट्रल कमेटी सदस्य, तीन स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य, एक क्षेत्रीय कमेटी सदस्य, 12 जोनल कमाण्डर, 30 सब-जोनल कमाण्डर एवं 61 एरिया कमाण्डर शामिल हैं. उन्होंने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने कुल 136 पुलिस हथियार, 40 नियमित हथियार, 590 देशी हथियार, 37541- कारतूस, 1048-आईईडी एवं 9616 डेटोनेटर भी बरामद किये. यह भी पढ़े: Jharkhand: झारखंड के लातेहार में पुलिस मुठभेड़ में मारे गये तीन नक्सली, एक गिरफ्तार
उन्होंने बताया कि नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिये बनाये गये आत्मसमपर्ण एवं पुनवार्स नीति का भी सकारात्मक प्रभाव रहा है, जिसके तहत कुल 57 शीर्ष नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं. उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में झारखंड राज्य में सक्रिय चरमपंथी संगठनों के क्रियाकलापों पर निगरानी रखने के लिये एक विशेष कार्य दल के रूप में साइबर निगरानी प्रकोष्ठ का गठन किया गया है.
अधिकारी ने कहा, ‘‘सबसे पहले मैं झारखण्ड पुलिस और झारखण्ड में काम कर रहे केन्द्रीय सशस्त्र बलों के उन शहीदों को नमन करता हूं, जिन्होंने अपने प्राणों की परवाह किये वगैर कर्त्तव्य की बलिवेदी पर अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया.
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