रूसी सरकार की एजेंसी, रूसी अंतरविभागीय मानवीय प्रतिक्रिया केंद्र ने एक बयान जारी कर कहा कि अजोवस्तल इस्पात संयंत्र से बचाए गए 50 लोगों में 11 बच्चे शामिल हैं और संयुक्त राष्ट्र और रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति के प्रतिनिधियों को इन्हें सौंपा गया है।
यूक्रेन की उपप्रधान मंत्री, इरिना वीरेशचुक ने पुष्टि की कि 50 ''महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग'' विशाल परिसर को छोड़ने में कामयाब रहे, और उन्होंने व रूसी एजेंसी ने कहा कि बचाव प्रयास शनिवार को भी जारी रहेगा।
रूसी हमले से बर्बाद हुए शहर के आखिरी यूक्रेनी गढ़ में लड़ाई रूस के लिए हताशा उत्पन्न कर रही है और अटकलें हैं कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन मारियुपोल की लड़ाई को जल्द खत्म करना चाहते हैं ताकि वह सोमवार को मनाए जाने वाले विजय दिवस के अवसर पर रूसी लोगों के सामने जीत का तोहफा प्रस्तुत कर सकें।
रूस के हालिया आकलन के मुताबिक, अजोवस्तल इस्पात संयंत्र की सुरंगों में यूक्रेन के लगभग दो हजार सैनिक मौजूद हैं और वे बार-बार समर्पण से इनकार कर रहे हैं।
हाल के दिनों में लड़ाई के भीषण होने से उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता उत्पन्न हो रही है।
इसबीच स्थायी सदस्य रूस समेत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने शुक्रवार को अध्यक्षीय बयान को अंगीकार किया जिसमें “यूक्रेन में शांति और सुरक्षा को कायम रखने के संदर्भ में गहरी चिंता व्यक्त की गई है।” रूसी हमले के दो महीने बाद यह युद्ध पर पहला सर्व सम्मत बयान है।
फिलहाल अमेरिका की मासिक अध्यक्षता में 15 राष्ट्रों वाली संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सर्वसम्मति से संक्षिप्त अध्यक्षीय बयान पारित किया।
बयान में परिषद ने “यूक्रेन में शांति और सुरक्षा कायम रखने के संदर्भ में गहरी चिंता व्यक्त की।”
शक्तिशाली सुरक्षा परिषद ने एक शांतिपूर्ण समाधान की तलाश में महासचिव एंटोनियो गुतारेस के प्रयासों के लिए पुरजोर समर्थन व्यक्त किया।
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