Israel Hamas War: गाजा में हालात बेकाबू, राहत सामग्री हासिल करने की कोशिश कर रहे 36 फलस्तीनी मारे गए

विशेषज्ञों और मानवीय सहायता कार्यकर्ताओं का कहना है कि इजराइल की नाकाबंदी और 20 महीने के सैन्य अभियान ने गाजा को भुखमरी के कगार पर पहुंचा दिया है. इजराइली और अमेरिकी समर्थन वाले ‘गाजा ह्मूमेनिटेरियन फाउंडेशन’ द्वारा संचालित सहायता वितरण स्थलों के पास गोलीबारी में कम से कम 163 लोगों की मौत हो गई है जबकि 1495 लोग जख्मी हुए हैं. इज़राइली सेना ने पहले उन लोगों पर चेतावनी के तौर पर गोलियां चलाने की बात स्वीकार की है, जो उसके अनुसार संदिग्ध तरीके से उसकी सेना की ओर बढ़ रहे थे. फाउंडेशन का कहना है कि वितरण केन्द्रों में या उसके आसपास कोई हिंसा नहीं हुई है. लेकिन इसने लोगों को निर्धारित पहुंच मार्गों पर ही रहने की चेतावनी दी है. नासेर अस्पताल के अनुसार, दक्षिणी गाजा में रफह के आसपास सहायता प्राप्त करने का प्रयास करते समय कम से कम आठ लोग मारे गए.

अल-अवदा अस्पताल के प्रवक्ता नादेर गरगून के अनुसार, उत्तरी गाजा में मंगलवार को दो पुरुष और एक बच्चे की मौत हो गई और कम से कम 130 लोग घायल हो गए. अस्पताल में ही घायलों को भर्ती किया गया था. उन्होंने बताया कि ज़्यादातर लोगों को गोली लगी है. प्रत्यक्षदर्शियों ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि इज़राइली सेना ने मध्य गाजा में सहायता स्थल से कई सौ मीटर की दूरी पर देर रात करीब दो बजे गोलीबारी की. लोग सहायता सामग्री लेने की ‍उम्मीद में भोर से पहले ही सामग्री वितरण स्थल पर पहुंचना शुरू कर देते हैं. इज़राइली सेना ने कहा कि उसने लोगों पर चेतावनी के तौर पर गोलियां चलाईं और उसने लोगों को संदिग्ध बताया. उसने कहा कि लोग सहायता स्थल के खुलने के समय से पहले ही वहां पहुंचने लगे थे और उसके सैनिकों से कुछ मीटर दूर थे. इसके अतिरिक्त, स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, मंगलवार को गाजा शहर में इजराइली हमले में तीन फलस्तीनी चिकित्सक मारे गए. स्वास्थ्य मंत्रालय की आपातकालीन सेवा के चिकित्सक गाजा शहर के जाफा स्ट्रीट में एक घर पर हुए इजराइली हमले को लेकर प्रतिक्रिया दे रहे थे, तभी दूसरा हमला इमारत पर हुआ. यह भी पढ़ें : ट्रंप के सैन्य हस्तक्षेप की वजह से लोकतंत्र पर हमला हुआ: कैलिफोर्निया के गवर्नर

इजराइली सेना ने हमले पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन कहा कि पिछले दिनों वायु सेना ने रॉकेट लांचरों सहित हमास के सैन्य ढांचे से संबंधित दर्जनों लक्ष्यों को निशाना बनाया है. इस बीच प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को कहा कि संभावित युद्ध विराम समझौते पर "सार्थक प्रगति" हुई है, जिससे गाजा में बंधक के तौर पर रखे गए 55 लोगों में से कुछ को वापस लाया जा सकेगा, लेकिन उन्होंने कहा कि "अभी उम्मीद करना जल्दबाजी होगी." विदेश मंत्री गिदोन सार ने भी मंगलवार को उल्लेख किया कि युद्ध विराम वार्ता में प्रगति हुई है. नेतन्याहू आगे के कदमों पर चर्चा करने के लिए मंगलवार शाम को इजराइली वार्ता दल और रक्षा मंत्री के साथ बैठक कर रहे थे.