भुवनेश्वर, 19 जुलाई बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनी दबाव की स्थिति के चिल्का झील के पास तट को पार करने से ओडिशा में शनिवार को भारी बारिश हुई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
भारी बारिश के कारण मलकानगिरी जिले के जोखिम वाले क्षेत्रों से कम से कम 23 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले पांच दिनों में और अधिक बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है।
भुवनेश्वर स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, मलकानगिरी जिले के चित्रकोंडा में सबसे अधिक 220.5 मिलीमीटर और इसके बाद इसी जिले के कोरकुंडा में 217 मिमी बारिश हुई। मलकानगिरी जिले के कई हिस्से जलमग्न हो गए हैं।
आईएमडी ने एक बुलेटिन में कहा कि शनिवार सुबह दबाव का क्षेत्र पुरी से लगभग 40 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और गोपालपुर से 70 किलोमीटर पूर्व-उत्तर पूर्व में था।
दबाव की यह स्थिति ओडिशा और छत्तीसगढ़ से होते हुए पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ेगी तथा अगले 24 घंटों में रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक धीरे-धीरे कमजोर हो जाएगी।
आईएमडी ने बुलेटिन में कहा कि इसके प्रभाव से ओडिशा में शनिवार को भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है तथा अगले पांच दिन तक राज्य में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश जारी रह सकती है।
मौसम वैज्ञानिकों ने शनिवार को कंधमाल, बौध, कालाहांडी, बोलनगीर और नुआपाड़ा में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है।
बरगढ़, सोनपुर, संबलपुर, अंगुल, झारसुगुड़ा, गजपति, गंजाम, रायगड़ा, कोरापुट, मलकानगिरि, मयूरभंज, क्योंझर और बालासोर जिलों में भी भारी बारिश का अनुमान है।
ओडिशा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने स्थिति की समीक्षा की।
मलकानगिरी जिले में कई पुलों के ऊपर बारिश का पानी बहने से मलकानगिरी और कालीमेला, मोटू और कालीमेला तथा पड़ोसी आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बीच सड़क संपर्क बाधित हो गया है।
कन्याश्रम और चल्लागुडा पुल जलमग्न हो गए हैं और पोडिया-कलीमेला मार्ग प्रभावित हुआ है।
मंत्री ने कहा, ‘‘मलकानगिरी जिले में 23 परिवारों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।’’
उन्होंने बताया कि नबरंगपुर जिले के कलेक्टर ने जानकारी दी है कि पापडाहांडी और चंदाहांडी को जोड़ने वाला तुरी नदी पर बना पुल डूब गया है जिसके चलते यातायात पर रोक लगा दी गई है।
ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) सत्यव्रत साहू ने जिलाधिकारियों से कहा कि वे पानी कम होने तक जलमग्न सड़कों और पुलों पर वाहनों की आवाजाही पर सख्ती से रोक लगाएं।
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