मुंबई, 29 मार्च महाराष्ट्र में 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में भगोड़े आरोपी का एक रिश्तेदार बुधवार को यहां बयान से मुकर गया।
वह इस मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से पक्षद्रोही घोषित होने वाला 31वां गवाह बन गया है। इस मामले में भोपाल से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर प्रमुख आरोपी हैं।
गवाह ने महाराष्ट्र पुलिस के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) को दिए अपने बयान में कथित तौर पर कहा था कि यह फरार आरोपी कई मौकों पर प्रज्ञा ठाकुर से मिला था।
गवाह ने कथित तौर पर जांच एजेंसी को यह भी बताया था कि उसने फरार आरोपी को एक मोटरसाइकिल पर सवार होते हुए देखा था जो कथित तौर पर प्रज्ञा ठाकुर की थी। जांच एजेंसी ने दावा किया था कि यह मोटरसाइकिल विस्फोट स्थल पर मिली थी।
लेकिन बुधवार को अपने बयान के दौरान गवाह ने अदालत को बताया कि उसके ये बयान सच नहीं थे। जिसके बाद अदालत ने उसे पक्षद्रोही घोषित कर दिया। अदालत इस मामले में अब तक 306 गवाहों की जांच कर चुकी है।
गौरतलब है कि 29 सितंबर 2008 को मालेगांव में मस्जिद के पास मोटरसाइकिल में छिपाकर रखे गए विस्फोटक में हुए धमाके से छह लोगों की मौत हो गई थी और करीब 100 लोग घायल हुए थे। महाराष्ट्र के नासिक जिला स्थित मालेगांव सांप्रादायिक रूप से संवेदनशील शहर है।
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